
विदेशी निवेश में 'महाराष्ट्र' देश में अग्रणी : मंत्री उदय सामंत (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Ahilyanagar News: राज्य की महायुती सरकार ने हमेशा उद्यमियों को प्रोत्साहन देने की नीति अपनाई है। इसी कारण विदेशी निवेश के क्षेत्र में महाराष्ट्र देश में अग्रणी स्थान पर पहुंचा है। किसी भी उद्योग को मात्र तीस दिनों में अनुमति देने और 80 प्रतिशत स्थानीय नागरिकों को रोजगार उपलब्ध कराने की नीति के चलते राज्य के औद्योगिक विकास से जुड़ी निर्णय प्रक्रिया पारदर्शी रूप से संपन्न हो रही है, ऐसी जानकारी उद्योग मंत्री उदय सामंत ने दी।
शिर्डी औद्योगिक क्षेत्र में टाटा समूह के सहयोग से विकसित हो रहे कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र तथा सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) की इमारत का भूमिपूजन मंत्री उदय सामंत और मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटील की उपस्थिति में संपन्न हुआ। इस अवसर पर विधायक अमोल खताल, डॉ. सुजय विखे पाटील, सभापति ज्ञानेश्वर गोंदकर, पूर्व नगराध्यक्ष कैलास कोटे, अभय शेळके, रविंद्र गोंदकर, स्वाधीन गाडेकर, टाटा टेक्नोलॉजीज के सीएमओ प्रीतम गांजेवार, कौशल विकास केंद्र के प्रमुख सुशिलकुमार, संस्थान के सीईओ गोरक्षनाथ गाडीलकर और उद्योग विभाग के गणेश राठोड उपस्थित थे। कार्यक्रम का प्रारंभिक भाषण डॉ. सुजय विखे पाटील ने किया।
मंत्री सामंत ने कहा कि आज राज्य में बड़े पैमाने पर विदेशी निवेश आ रहा है, जो महायुती सरकार के कार्यों का प्रत्यक्ष परिणाम है। पिछले ढाई वर्षों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। दावोस सम्मेलन में 15 लाख करोड़ रुपये के निवेश करार हुए थे, जिनमें से लगभग 80 प्रतिशत करारों पर अमल शुरू हो चुका है। राज्य सरकार ने यह नीति अपनाई है कि जिन क्षेत्रों में उद्योग स्थापित हो रहे हैं, वहाँ के स्थानीय युवाओं को रोजगार में प्राथमिकता दी जाएगी।
📍 स्थळ: साई शैक्षणिक संकुलातील साईबाबा सांस्कृतिक भवन, शिर्डी आज श्री सद्गुरू नारायणगिरीजी महाराज शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षक संस्था, राहाता इमारतीचे भूमीपूजन तसेच टाटा टेक्नॉलॉजी संचालित कौशल्यवर्धन केंद्र (CIIT) या महत्त्वाकांक्षी प्रकल्पांच्या भूमीपूजन सोहळ्यास उपस्थित… pic.twitter.com/aJe2ro5hrf — Uday Samant (@samant_uday) November 2, 2025
मंत्री सामंत ने बताया कि औद्योगिक क्षेत्र में कौशल प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना के लिए उद्योगपति रतन टाटा के माध्यम से 800 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है। इसी योजना के अंतर्गत शिर्डी औद्योगिक क्षेत्र में प्रशिक्षण केंद्र शुरू करने के लिए डॉ. सुजय विखे पाटील ने विशेष प्रयास किए। उन्होंने कहा कि जब राधाकृष्ण विखे पाटील राजस्व मंत्री थे, तब उनके साहसिक निर्णयों के कारण ही उद्यमियों को भूमि उपलब्ध कराई जा सकी।
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शिर्डी के इस कौशल प्रशिक्षण केंद्र से लगभग 7,000 युवाओं को प्रशिक्षण का अवसर मिलेगा। मंत्री सामंत ने कहा कि अब युवाओं को केवल सीखने की तैयारी रखनी चाहिए।
उन्होंने आश्वासन दिया कि अहमदनगर जिले में जेम्स एंड ज्वेलरी उद्योग केंद्र स्थापित किया जाएगा। इसके लिए अगले सप्ताह बैठक आयोजित की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस उद्योग को बड़ी संख्या में प्रशिक्षित युवाओं की आवश्यकता होगी।
मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटील ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है। इस क्षेत्र के युवाओं के भविष्य की दृष्टि से यह एक बड़ा कदम है। शिर्डी औद्योगिक क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश आ रहा है, जिससे रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देशभर में कौशल विकास का व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। इस प्रशिक्षण से युवाओं को जो अनुभव प्राप्त हो रहा है, वह भविष्य के औद्योगिक विकास में अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा।






