राहुरी-शनिसिंहनापुर रेलवे लाइन को मंजूरी। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
अहिल्यानगर: रेल मंत्रालय ने राहुरी-शनिसिंहपुर नई रेल लाइन को मंजूरी दे दी है। 22 किलोमीटर लंबी इस लाइन की लागत 494 करोड़ रुपये आने की उम्मीद है। शनिसिंहपुर एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यहां हर दिन करीब 45 हजार श्रद्धालु शनि के दर्शन के लिए आते हैं। शनिसिंहपुर के लिए कोई सीधी ट्रेन न होने के कारण यह फैसला लिया गया है।
यह रेलवे लाइन शनि शिंगणापुर, राहुरी में राहु-केतु मंदिर, नेवाश में मोहिनीराज मंदिर और पैस खंब जैसे धार्मिक स्थलों के लिए सुविधाजनक होगी। इससे स्थानीय पर्यटन और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। इस लाइन पर हर दिन चार ट्रेनें चलाने का प्रस्ताव है और रेल मंत्रालय का अनुमान है कि सालाना 18 लाख यात्री ट्रेन से यात्रा करेंगे।
रेल मंत्रालय ने कहा है कि यह रेलवे लाइन विकास और आध्यात्मिक केंद्रों को जोड़ने के लिए मील का पत्थर है। जल संसाधन मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल और पूर्व मंत्री डॉ. सुजय विखे पाटिल के लगातार अनुसरण के कारण इस परियोजना को मंजूरी मिली है। केंद्रीय रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य सुदर्शन डुंगरवाल के लगातार अनुसरण के बाद भी इसे मंजूरी मिली है।
रेलवे के साथ ही रास्ते भी अब अच्छे हो रहे हैं। श्रीरामपुर शहर के वार्ड क्रमांक 1 में प्रसिद्ध मॉल और कैफे के सामने वाली सड़क का काम जो ढाई साल से रुका हुआ था, आखिरकार शुरू हो गया है। इस सड़क का काम पालकमंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल की विकास निधि से शुरू होगा।
उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता प्रसिद्ध उद्योगपति तथा आर्किटेक्ट-इंजीनियर एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष इंजीनियर के.के.आव्हाड ने की। फेमस बाजार- बोरावके नगर से महानुभाव आश्रम तक इस सड़क के लिए 1 करोड़ 10 लाख रुपये की निधि मंजूर की गई है।