PM मोदी आज मध्य प्रदेश में केन-बेतवा नदी जोड़ो राष्ट्रीय परियोजना की रखेंगे फोटो ( सोर्सः सोशल मीडिया )
भोपालः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती के मौके पर मध्य प्रदेश में केन-बेतवा नदी जोड़ो राष्ट्रीय परियोजना की आधारशिला रखेंगे। राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में बात करें तो यह देश की पहली नदी जोड़ो परियोजना है। इससे मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के लाखों किसानों को सिंचाई की सुविधा मिलेगी।
प्रधानमंत्री इसके लिए बुधवार को दोपहर 12.10 बजे खजुराहो पहुंचेंगे, जहां खजुराहो के मेला मैदान पर होने वाले आयोजन में मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल भी उपस्थित रहेंगे। परियोजना के मूर्तरूप लेने पर बुंदेलखंड को जल संकट से छुटकारा मिलेगा, रोजगार के लिए हो रहे पलायन पर भी रोक लगेगी।
बता दें कि केन-बेतवा लिंक राष्ट्रीय परियोजना देश में भूमिगत दाब युक्त पाइप सिंचाई प्रणाली अपनाने वाली सबसे बड़ी सिंचाई परियोजना है। मध्य प्रदेश के 10 जिलों के लगभग 44 लाख और यूपी के करीब 21 लाख लोगों को पीने का पानी मिलेगा। साथ ही, यह योजना जल विद्युत परियोजनाओं की मदद से हरित ऊर्जा में 100 मेगावाट से अधिक का योगदान भी देगी।
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44,605 करोड़ की परियोजना से पन्ना टाइगर रिजर्व में केन नदी पर 77 मीटर ऊंचा व 2.13 किलोमीटर लंबाई के दौधन बांध और दो टनल का निर्माण कर बांध में 2,853 मिलियन घनमीटर जल का भंडारण किया जाएगा।
पीएम मोदी मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के ओंकारेश्वर में स्थापित ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर परियोजना का भी उद्घाटन करेंगे। यह देश की पहली ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना है। यह परियोजना कार्बन उत्सर्जन को कम करेगी और वर्ष 2070 तक शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन के सरकार के मिशन में योगदान देगी। यह जल वाष्पीकरण को कम करके जल संरक्षण में भी मदद करेगी
पीएम मोदी अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती की स्मृति में एक स्मारक डाक टिकट और सिक्का जारी करेंगे। साथ ही 1153 अटल ग्राम सुशासन भवनों का भूमि-पूजन भी करेंगे। । ये भवन स्थानीय स्तर पर सुशासन के लिए ग्राम पंचायतों के कार्य और जिम्मेदारियों के व्यावहारिक संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का सपना था कि बाढ़ और सूखे की समस्या को दूर करने के लिए देश की नदियों को जोड़ा जाए। 2002 में उनकी सरकार ने इस दिशा में काम शुरू किया था, लेकिन बाद में यह योजना रुक गई। 2021 में मोदी सरकार ने इस सपने को आगे बढ़ाया। 22 मार्च 2021 को मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने केन-बेतवा परियोजना के लिए त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे। यह परियोजना नदियों को जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो वाजपेयी जी के सपने को साकार करने की ओर बढ़ रही है।