सिलेंडर विस्फोट सोर्स - सोशल मीडिया
भोपाल: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां सोशल मीडिया पर रील बनाने के चक्कर में दो लोगों ने ऐसी गलती कर दी, जिससे पूरा अपार्टमेंट हिल गया। गोला का मंदिर इलाके में स्थित द लिगेसी अपार्टमेंट में बुधवार को जबरदस्त विस्फोट हुआ, जिसमें अनिल जाट और रंजना जाट 90% तक झुलस गए। विस्फोट इतना भयानक था कि सात मंजिला इमारत कांप उठी और फ्लैटों की खिड़कियां, दरवाजे और दीवारें तक टूट गईं। पहले यह हादसा रहस्यमयी लग रहा था, लेकिन जब पुलिस ने जांच की, तो जो सच सामने आया, उसने सबको हैरान कर दिया।
अनिल और रंजना ने पुलिस को बताया कि वे सोशल मीडिया के लिए एक खास तरह का वीडियो बना रहे थे, जिसमें धुएं का सीन क्रिएट करना था। इसके लिए उन्होंने कमरे में एलपीजी सिलेंडर का नॉब खोलकर गैस छोड़ी। बंद कमरे में करीब 6 किलो गैस भर चुकी थी, लेकिन उन्हें एहसास नहीं हुआ कि वे कितनी खतरनाक स्थिति में हैं। जैसे ही वीडियो की बेहतर रोशनी के लिए उन्होंने हैलोजन लाइट का प्लग ऑन किया, स्पार्किंग हुई और जबरदस्त धमाका हो गया। पूरे अपार्टमेंट में भगदड़ मच गई और सीसीटीवी फुटेज में लोग जान बचाकर भागते नजर आए।
गंभीर रूप से झुलस चुके अनिल ने अस्पताल में पुलिस को बताया कि वह रंजना को दस साल से जानता है और दोनों अक्सर रील बनाते थे। उस दिन भी वे कुछ अलग करने के लिए गैस लीक कर वीडियो शूट कर रहे थे, लेकिन यह जानलेवा साबित हुआ। इस हादसे में उनके शरीर का बड़ा हिस्सा झुलस चुका है। रंजना के बेटे ने बताया कि धमाके के वक्त उसकी मां और अनिल बुरी तरह घायल थे और फ्लैट पूरी तरह जल चुका था। जांच में आधा खाली सिलेंडर मिला, जिससे अनुमान लगाया गया कि करीब 7 किलो गैस कमरे में भर चुकी थी।
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एसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि फॉरेंसिक और बम निरोधक दस्ते ने जांच में पुष्टि की कि धमाका गैस रिसाव के कारण हुआ। अनिल के मोबाइल से रील बनाने की पुष्टि भी हो गई। विशेषज्ञों का कहना है कि इतनी ज्यादा गैस जमा होने से जैसे ही बिजली का स्विच ऑन हुआ, स्पार्किंग से आग लगी और अत्यधिक ऊर्जा उत्पन्न होने से विस्फोट हुआ। गनीमत रही कि फ्लैट खाली था, वरना पूरी इमारत गिर सकती थी। पुलिस ने अनिल और रंजना के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर लिया है।