सोमनाथ ज्योतिर्लिंग को धरता का पहला ज्योतिर्लिंग कहा जाता है। यह गुजरात के सौराष्ट्र में स्थित है। इस ज्योतिर्लिंग का वर्णन शिवपुराण में देखने को मिलता है। माना जाता है कि चंद्रदेव ने इस शिवलिंग की स्थापना की थी। महाशिवरात्रि पर इस जगह खास आयोजन होता है।
मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग मद्रास में कृष्णा नदी के किनारे श्रीशैल पर्वत पर स्थापित है। इस पर्वत को कैलाश के समान ही दर्जा प्राप्त है। महाशिवरात्रि पर इस ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने से मन को सुकून मिलेगा।
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में स्थित है। यह दुनियाभर में प्रसिद्ध है। यहां की भस्म आरती के बारे में हर कोई जानता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार अकाल मृत्यु से मुक्ति पाने के लिए यहां भगवान शिव की पूजा की जाती है। इस मंदिर में बॉलीवुड सेलेब्स भी अक्सर आते रहते हैं।
ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश के मांधाता में स्थापित है जो भक्तों के लिए खास महत्व रखता है। यह नर्मदा तट पर स्थित है। अगर आप मध्य प्रदेश घूमने का प्लान कर रहे हैं तो इस जगह पर एक बार जरूर जाएं।
बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग झारखंड के देवघर में स्थित है बहुत ही प्रसिद्ध है। बाबा बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग वाली जगह बैद्यनाथ धाम से दुनियाभर में मशहूर है। इस जगह पर महाशिवरात्रि पर काफी भीड़ देखने को मिलती है।
भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के पुणे जिले में सह्याद्रि पर्वत पर भीमा नदी के किनारे स्थित है। यह ज्योतिर्लिंग मोटेश्वर महादेव के नाम से भी जानी जाती है। इस जगह पर भगवान शिव के दर्शन करना शुभ माना जाता है।
नागेश्वर ज्योतिर्लिंग गुजरात के द्वारकाधाम के पास स्थित है। बता दें कि भगवान शिव का एक नाम नागेश्वर भी है जिसका अर्थ है नागों का ईश्वर। इस मंदिर के दर्शन करने शिवरात्रि के अवसर पर जा सकते हैं।
विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित है। यह ज्योतिर्लिंग काशी विश्वनाथ के नाम से भी प्रसिद्ध है। मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव काशी के राजा हैं और वहां के लोगों की रक्षा करते हैं।
त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के नासिक से करीब 25 किमी दूर स्थित है। यह गोदावरी नदी के पास स्थापित बहुत ही खास मंदिर है। कहा जाता है कि यहां गौतम ऋषि और गोदावरी नदी ने भगवान शिव से यहां रहने के लिए निवेदन किया था जिसके परिणामस्वरूप भगवान शिव ज्योतिर्लिंग यहां स्थापित हो गया।
केदारनाथ ज्योतिर्लिंग भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में सबसे ऊंचाई पर स्थित है। यह उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है। गर्मियों में इस मंदिर के द्वार भक्तों के लिए खोल दिए जाते हैं। वहीं दीपावली के बाद यहां के द्वार बंद रहते हैं।
घुश्मेश्वर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में स्थित है। यह एलोरा गुफा के पास वेसल गांव में स्थापित है। यह भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में सबसे अंतिम ज्योतिर्लिंग है। इसके दर्शन मात्र से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग तमिलनाडु के रामेश्वर द्वीप पर स्थित है। इसे भगवान शिव के सम्मान में बनाया गया है। इस स्थान को पवित्र और चार धामों में से एक माना गया है। इस मंदिर के दर्शन करने से भक्तों की समस्याएं दूर हो सकती हैं।