लेप्रोस्कोपिक सर्जरी (Laparoscopic Surgery) को लेकर नवभारत ने जाने-माने सर्जन (Laparoscopic surgeon) डॉ. अमोल वाघ (Dr Amol Wagh) से बातचीत की। डॉक्टर ने इस दौरान उन्होंने बताया कि लेप्रोस्कोपिक सर्जरी क्या होती है। क्या इसके कोई दुष्परिणाम भी होते हैं (What are the risks of Laparoscopic Surgery), ये परमानेंट होती है या नहीं (Does Laparoscopic Surgery last permanently), ये अच्छी या बुरी होती है (Is Laparoscopic Surgery good or bad) इसके क्या फायदे हैं (Benefit of Laparoscopic Surgery), पेश है लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के बारे में डॉ अमोल वाघ से की गई बातचीत के कुछ अंश…
क्या होती है लेप्रोस्कोपिक सर्जरी (What Is Laparoscopic Surgery)
लैप्रोस्कोपी एक प्रकार की सर्जरी है। जिसमें ओपन सर्जरी की अपेक्षा से काफी छोटे कट का उपयोग किया जाता है। इस प्रक्रिया में मरीज के शरीर के भीतर छोटा वीडियो कैमरा और उपकरण पहुंचाया जाता है, जिससे सर्जन अंग के भीतर का वीडियो मॉनिटर पर देख सकते हैं और उसके बाद उपकरणों की मदद से सर्जरी की जाती है। अंगों में छोटे कट के माध्यम से इस प्रक्रिया को पूरा किया जाता है। विशेष उपकरणों की बदौलत, आपके सर्जन को आपके शरीर तक पहुँचने की भी आवश्यकता नहीं होती। दूर से ही सर्जरी की जा सकती है। इसे दूरबीन सर्जरी के नाम से भी जाना जाता है। ये विज्ञान जगत में किसी वरदान से कम नहीं है। इसका उपयोग पित्ताशय की सर्जरी और स्त्री रोग संबंधी ऑपरेशन के लिए किया जाता है। यह सर्जरी आंतों, लीवर और अन्य अंगों के लिए काम आती है।
ओपन सर्जरी के मुकाबले किफायती है लेप्रोस्कोपिक सर्जरी
इस प्रणाली के आने से पहले सर्जन ओपन सर्जरी का सहारा लेते थे। जिसमें मरीज के पेट का ऑपरेशन करते वक्त 6 से 12 इंच लंबा चीरा लगाना पड़ता था। इससे उन्हें यह देखने के लिए पर्याप्त जगह मिल जाती थी कि वे क्या कर रहे हैं और जिस चीज़ पर उन्हें काम करना है उस तक पहुँच सकते थे। लेकिन उसकी वजह से मरीज को काफी पीड़ा होती थी, जख्म भरने में भी काफी वक्त लगता था और सर्जरी के वक्त कॉम्प्लिकेशन की सम्भवना बनी रहती थी। लेप्रोस्कोपिक सर्जरी में सर्जन कई छोटे-छोटे कट लगाता है। आमतौर पर प्रत्येक आधा इंच से अधिक लंबा नहीं होता है। वे प्रत्येक छिद्र के माध्यम से एक ट्यूब डालते हैं, कैमरा और सर्जिकल उपकरण उनमें से गुजरते हैं। फिर सर्जन ऑपरेशन करता है।
लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के फायदे (Benefit of Laparoscopic Surgery)
उदाहरण के तौर पर ओपन सर्जरी की मदद से की गई आंतों की सर्जरी के लिए अस्पताल में एक सप्ताह या उससे अधिक समय बिताना पड़ सकता है, और आपके पूरी तरह ठीक होने में 4 से 8 सप्ताह लग सकते हैं। यदि आपकी लेप्रोस्कोपिक सर्जरी हुई है, तो आप अस्पताल में केवल 2 रातें रह सकते हैं और 2 या 3 सप्ताह में ठीक हो सकते हैं। और अस्पताल में कम समय तक रुकने का खर्च आम तौर पर कम होता है।
लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के रिस्क
लेप्रोस्कोपिक सर्जरी पूरी तरह से सुरक्षित होती है। रिस्क दुनिया भर की हर चीज में होता है लेकिन इस सर्जरी की अगर बात करें तो इसमें जरा भी रिस्क नहीं है। बशर्ते चिकित्सक इस तरह की सर्जरी के लिए पूरी तरह से निपुण होना चाहिए। चिकित्सक का कौशल इस सर्जरी की सफलता के लिए अहम भूमिका निभाता है। ऐसे में पूरी तरह से प्रशिक्षित चिकित्सक की सलाह के बाद ही इस तरह की सर्जरी के लिए आगे बढ़ना चाहिए।
लेप्रोस्कोपिक सर्जरी को लेकर भ्रम
काफी समय पहले लेप्रोस्कोपिक सर्जरी को लेकर कई तरह के भ्रम थे कि इसके जख्म भरते नहीं और इसके दूरगामी बुरे परिणाम झेलने पड़ते हैं। हालांकि यह सब भ्रम भी धीरे-धीरे अब दूर हो गए हैं और पूरी तरह से मरीज इस सर्जरी पर भरोसा कर रहे हैं। लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की वजह से अंडाशय यानी ओवरसीज डैमेज हो जाती हैं इस तरह का भ्रम भी लोगों के बीच था लेकिन यह भ्रम पूरी तरह से भ्रम ही है, इसका सच्चाई से कोई लेना-देना नहीं है, लोगों की समझ में ये बात अब आ गई है। इस सर्जरी के वजह से शरीर में किसी भी प्रकार का कोई डैमेज नहीं होता है। लेप्रोस्कोपिक सर्जरी का नतीजा लोगों के लिए संतोषजनक साबित हुआ है।
What is laparoscopic surgery know about its benefits