कितना खतरनाक होता है दिल का कैंसर (गूगल)
नवभारत डिजिटल टीम: कैंसर (Cancer), शब्द का नाम सुनकर हर किसी के दिमाग में गंभीर बीमारी का ख्याल आता है। इसका इलाज भले ही संभव है लेकिन इसके बाद भी इसे लेकर हर कोई डर का माहौल ही बनाए रखता है। दुनियाभर में 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day 2024) मनाया जाता है। जहां पर कैंसर के प्रति लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जाता है। वैसे तो कैंसर के कई प्रकार है लेकिन सबसे दुर्लभ दिल के कैंसर के बारे में कम ही लोग जानते है और इसका इलाज कैसा होता है कितना कारगार है ये जानना जरूरी है।
यहां पर स्वास्थ्य एक्सपर्ट सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ.अभिजीत बोरसे बताते हैं कि ”हार्ट का कैंसर होना बहुत रेयर है। ऐसा इसलिए है क्योंकि आपके हृदय की मांसपेशियों की कोशिकाओं (कार्डियोमायोसाइट्स) में गुणा करने और पुनर्जीवित होने की सीमित क्षमता होती है। शरीर की अन्य कोशिकाओं के विपरीत, वे आमतौर पर क्षतिग्रस्त या खोई हुई कोशिकाओं को बदलने के लिए कोशिका विभाजन से नहीं गुजरते हैं।”
यहां पर दिल का कैंसर के मामले भले ही कम देखें गए है लेकिन इस प्रकार के हृदय ट्यूमर गैर-घातक( सौम्य) माने जाते है। आमतौर पर ट्यूमर के रूप में ये कैंसर बाई धमनी में होता हैं जिसे मायक्सोमा का नाम दिया गया हैं।
– सांस लेने में दिक्कत होना
– सीने में दर्द और घबराहट
इन लक्षणों को पहचान कर तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए। ताकि इलाज जल्द शुरू किया जा सके। मायक्सोमा के खून के संचार में बाधा डालने पर स्थिति खराब हो सकती है। इसका इलाज सर्जरी से ही संभव होता है।
दुर्लभ होता है दिल का कैंसर (गूगल)
सबसे ज्यादा दुर्लभ माने जाने वाले हार्ट कैंसर के कई प्रकार और स्टेजेस देखने के बारे में मिलती है जिनके बारे में कम ही लोग जानते है।
1- लिंफोमा (Lymphoma)
इस प्रकार के कैंसर में कुछ प्रकार के लिंफोमा, दिल और उसके आसपास की संरचनाओं को बदल कर रख देते है। इसमें दिल में सूजन का होना, दिल की धड़कन में कम और ज्यादा होने से जैसे कारण नजर आते है। यह गंभीर प्रकार माना जाता है।
2- एंजियोसारकोमा (Angiosarcoma)
इस प्रकार के कैंसर में रक्त वाहिकाओं में प्रभाव देखा जाता है। इस वजह से आपका हृदय सही तरीके से काम नहीं कर पाते है। ज्यादा होने की स्थिति में मरीज की जान जाने का खतरा भी होता है।
3- मेटास्टैटिक कैंसर ( Metastatic cancer)
इस प्रकार के कैंसर होने की स्थिति में दिल के अलावा इसका प्रभाव अन्य अंगों पर दिखने लगता है। इससे फेफड़े, ब्रेस्ट और एसोफेगस पर असर पड़ता है। यह कैंसर की गंभीर स्टेज होती है।
यहां पर हार्ट कैंसर का इलाज करने के लिए उस स्टेज में देखा जाता है जब ट्यूमर पहले से ही हृदय से काफी दूर मेटास्टेसिस कर चुका होता है। इसका इलाज आसानी से संभव नहीं हो पाता है। इस प्रकार के कैंसर में इकोकार्डियोग्राफी, एमआरआई और सीटी स्कैन जैसी इमेजिंग स्टडी आमतौर पर बीमारी को जल्दी पकड़ने और सफल इलाज में मदद करती हैं। हार्ट अटैक से ज्यादा इस कैंसर का खतरा बना रहता है।