Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • अन्य
    • वेब स्टोरीज़
    • वायरल
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • धर्म
    • करियर
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • Tariff War |
  • Weather Update |
  • Aaj ka Rashifal |
  • Parliament Session |
  • Bihar Assembly Elections 2025 |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

आज है ‘श्रावणी कालाष्टमी’, जानिए इस विशेष अष्टमी की पूजा-विधि और इसकी महिमा

  • By navabharat
Updated On: Jul 20, 2022 | 07:00 AM

काल भैरव जयंती

Follow Us
Close
Follow Us:

-सीमा कुमारी

सनातन धर्म में ‘मासिक कालाष्टमी’ (Kalashtami Vrat) व्रत का बड़ा महत्व होता है। यह व्रत हर महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस बार सावन (Sawan) महीने की ‘कालाष्टमी व्रत’ (Kalashtami Vrat) 20 जुलाई, बुधवार के दिन है।

यह पावन तिथि भगवान भैरवनाथ को समर्पित होती है। शास्त्रों के अनुसार, काल भैरव भगवान शिव का ही एक रूप हैं। इन्हें तंत्र-मंत्र का देवता भी माना जाता है। इस दिन विधि- विधान से भगवान भैरव की पूजा-अर्चना की जाती है। कहते हैं काल भैरव की साधना के बिना तंत्र साधनाओं में पूर्णतः सफलता नहीं मिल पाती। इनकी साधना से आपकी हर मनोकामना पूरी हो सकती है। आइए जानें ‘कालाष्टमी व्रत’ पूजा-विधि, महत्व और शुभ मुहूर्त के बारे में।

शुभ मुहूर्त

बुधवार, 20 जुलाई 2022

श्रवण, कृष्ण अष्टमी

20 जुलाई 07:35 – 21 जुलाई सुबह 08:11 बजे

पूजा-विधि

ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान आदि करके साफ वस्त्र धारण कर लें। इसके बाद काल भैरव के साथ भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करें। काल भैरव को हल्दी या कुमकुम का तिलक लगाकर इमरती, पान, नारियल आदि चीजों का भोग लगाएं। इसके बाद चौमुखी दीपक जलाकर आरती करें। रात के समय काल भैरव के मंदिर जाकर धूप, दीपक जलाने के साथ काली उड़द, सरसों के तेल से पूजा करने के बाद भैरव चालीसा, शिव चालीसा का पाठ करें। इसके साथ ही ‘बटुक भैरव पंजर कवच’ का पाठ करना भी शुभ होगा।

महिमा

ऐसी मान्यता है कि, ‘कालाष्टमी’ के दिन भगवान भैरव की पूजा करने से सभी तरह के भय से मुक्ति मिल जाती है। इस दिन व्रत करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है साथ ही भैरव भगवान की कृपा से शत्रुओं से छुटकारा मिल जाता है।

Today is shravani kalashtami know the worship method and its glory of this special ashtami

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Jul 20, 2022 | 07:00 AM

Topics:  

  • Kalashtami Vrat

सम्बंधित ख़बरें

1

शनिवार को है कालाष्टमी, इस मुहूर्त में करें कालभैरव की पूजा, दोगुना फल मिलने के हैं योग

2

सावन की कालाष्टमी पर बन रहा है अतिशुभ शिववास योग, इस मुहूर्त में करें पूजा

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • सोलापुर
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.