पाम संडे का महत्व (सौ. सोशल मीडिया)
Palm Sunday Importance: ईसाई धर्म में 25 दिसंबर को विशेष तौर पर क्रिसमस डे मनाया जाता है। क्रिसमस, ईसाई धर्म के मुख्य त्योहार में से एक होता है। इस्लाम धर्म में जिस तरह से ईद से पहले एक महीने के करीब रोजे रखे जाते है वैसा ही ईसाई धर्म में भी होता है। ईसाई धर्म में ईस्टर संडे के आने से पहले ही रोजे यानि उपवास रखे जाते है। पवित्र सप्ताह की शुरूआत पाम संडे से होती है।
पाम संडे से शुरू हुए उपवास की समाप्ति ईस्टर संडे पर होती है जिस दिन ईसाई धर्म के लोग बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाते है। आखिर पाम संडे क्या होता है और इसका महत्व ईसाई धर्म में कितना है चलिए जानते हैं इस खबर में…
यहां पर ईसाई धर्म में खास तौर पर मनाएं जा रहे पाम संडे की बात करें तो, ईसाई समुदाय में ईस्टर से पहले 40 दिनों तक रोजे रखे जाते हैं। इस खास दिन को ईसाई समुदाय के लोगों में प्रभु यीशु के यरुशलम में विजयी प्रवेश के रूप में मनाया जाता हैं। इस दिवस को ईसाई धर्म के लोग खास तौर पर मनाते है। पाम संडे के मौके पर देश दुनिया के चर्चों में विशेष आयोजन होते हैं इसमें ईसाई अनुयायी हिस्सा लेते है। इसमें बाइबल का पाठ, प्रवचन और मिस्सा का भी आयोजन होता है। पाम संडे यानी खजूर रविवार, पवित्र गुरुवार और गुड फ्राइडे को प्रभु यीशु के आखिरी रात्रिभोज के रूप में जाना जाता है।
पाम संडे के खत्म होते ही मनाते है ईस्टर संडे (सौ. सोशल मीडिया)
दुनियाभर के चर्च में पाम संडे को मनाने के तरीके होते है यानि यहां पर आयोजन देखने लायक होता है।
1- ईसाई समुदाय का पवित्र सप्ताह शुरू होता है।इसी हफ्ते के शुक्रवार को गुड फ्राइडे और फिर रविवार को ईस्टर मनाया जाता है।
2- ईसाई समुदाय में दिनों झांकियां सजा कर प्रभु यीशु का जीवन दर्शाया जाता है। चर्च से मिलने वाले खजूर के पत्ते यीशु की तस्वीर के सामने रखे जाते हैं।
3- पाम संडे के दिन ईसाई धर्म के अनुयायी प्रभु यीशु के आगमन की खुशी में गीत गाकर स्वागत करते हैं, लोग खजूर की डालियों को लेकर चर्च जाते हैं।
4- पाम संडे से चर्च में शुरू होने वाली विशेष आराधना में ईसाई अनुयायी प्रभु यीशु की भक्ति में लीन रहते हैं. इस अवसर पर लोगों के बीच खजूर भी बांटे जाते हैं।
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यहां पर पाम अंडे की शुरूआत के साथ ही हफ्तेभर बाद ईस्टर संडे मनाया जाता है। इस दिन अंडो का खास महत्व होता है जो देखने लायक होता है। यहां पर अंडो को सजाया जाता है इसके बाद आयोजन में शामिल लोग एक-दूसरे को गिफ्ट में भी अंडे देते हैं। अंडे देने के पीछे ईसाई धर्म के लोग मानते है कि, अंडा नया जीवन और उमंग का प्रतीक होता है। कहते है कि, ईस्टर संडे को प्रभु यीशु के पुनर्जीवित होने की खुशी मनाई जाती है. कहा जाता है कि इस दिन ईसामसीह के पुनर्जीवित होने के बाद उनको यातनाएं देने वाले और सूली पर चढ़ाने वाले लोगों को भी बहुत पश्चाताप हुआ था।