जानिए क्या है जोहारी विंडो (सोशल मीडिया)
नवभारत लाइफस्टाइल डेस्क: हर व्यक्ति के अंदर ऐसी कई प्रतिभाएं और कमियां होती है जिनके बारे में कम ही जानकारी उस व्यक्ति को होती है कि, वह भी एक स्पेशल पर्सनालिटी का धनी है। अपनी इस प्रतिभा और कमी को पहचानने के लिए मनोवैज्ञानिकों और ह्यूमन माइंड पर रिसर्च करने वाले वैज्ञानिकों ने कुछ टूल्स विकसित किए है इनमें से एक है जोहारी विंडो। इसके जरिए हम अपने अंदर झांककर प्रतिभा और कमियों का पहचान कर सकते है।
जानिए क्या होता है जोहारी विंडो
यहां पर जोहारी विंडो की बात की जाए तो, यह एक विजुअल फेमवर्क है जिसके जरिए किसी व्यक्ति की आदत, इच्छा, जरूरत , सपने और पूरी पर्सनैलिटी को बेहतर तरीके से समझा सकते है। इस विजुअल टूल के जरिए आप अपने अंदर झांककर हम खुद को बेहतर समझ पाते है। इसका असर हमारे पर्सनल और प्रोफेशनल रिश्ते और कम्युनिकेशन स्किल पर पड़ता है।
किसने बनाया ये पर्सनैलिटी टूल
अपने व्यक्तित्व की पहचान करने के लि इस टूल का अविष्कार 1955 में मनोवैज्ञानिक जोसेफ लुफ्त और हैरिंगटन इंघम ने बनाया था इसका नाम उन्होंने अपने नामों के पहले नाम को लेकर बनाया है। इस टूल के जरिए हम अपने जाहिर और छिपी हुई प्रतिभाओं को बेहतर विश्लेषण और आंकलन करके कर सकते है।
कैसे करें इस विंडो का इस्तेमाल
यहां पर जोहारी विंडो की बात की जाए तो इस टूल का इस्तेमाल करने से पहले जान लें। हर किसी व्यक्ति के पास कुछ खास नॉलेज, बिहेवियर, एटीट्यूट और स्किल होती है इस विंडो में कुल 55 आदतें गिनाई गई है इनमें सुनने की क्षमता, बोल्डनेस, दयालुता, प्यार, गुस्सा आदि। इनमें से ही आप ऐसी कुछ अपनी संभावित आदतों जिसमें निगेटिव और पॉजीटिव दोनों होनी चाहिए।
जोहारी विंडो मॉडल (सोशल मीडिया)
जोहारी विंडो के होते है 4 एरिया
यहां पर इस जोहारी विंडो की बात की जाए तो इसके 4 एरिया होते है जो इस प्रकार है..
1-ओपन एरिया
यह एरिया हर किसी तो पता होता है इसमें व्यक्ति को उसकी कमी और प्रतिभा पता होती है और लोग भी जानते है। इसे ज्यादा बढ़ाने की कोशिश करना चाहिए।
2- ब्लाइंड एरिया
व्यक्ति के ब्लाइंड एरिया की बात की जाए तो, ऐसे गुण जिसके बारे में हमें पता नहीं होता है लेकिन लोग हमारी कमियों और अच्छाइयों को पहचानते है। इन आदतों के बारे में लोग जान लेते है तो फिर उस तरीके से हमारे साथ रहते है और हमारे बारे में सोचते है इसलिए इसे कम करना सही होता है।
3-हिडेन एरिया
मन के वह भाव जिन्हें हम जानते है लेकिन दुनिया से छिपाकर रखते है। इसमें शामिल पर्सनल बातें जो छिपाना जरूरी है लेकिन ज्यादा सोचना सही नहीं है।
4-अननोन एरिया
इसमें वह एरिया जिसमें हमारे ऐसे विचार या गुण जो हमारे अंदर तो हैं लेकिन हमें उसका एहसास नहीं है और न ही लोग उसके बारे में जानते है। अगर आप इन आदतों को नहीं पहचानते है जो आपके लिए सही है तो आपको इन्हें अपने अंदर टटोलना चाहिए।