30 साल में बढ़ता बुढ़ापा (फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)
China Academics Science: चीन की ‘अकादमी ऑफ सांइस’ने जो नया सर्वे किया है, वह सचमुच चौंकाने वाला है। मात्र 30 की उम्र में अब हमारे शरीर के अंग कमजोर पड़ने शुरु हो जा रहे हैं। कह सकते हैं कि बुढ़ापे की शुरुआत तेजी से होने लगी है। शरीर में पनपता यह बुढ़ापा हालांकि बाहर से दिखाई नहीं देता लेकिन अंदर ही अंदर हमारे शरीर को कमजोर कर हमें पूरी तरह से तोड़ देता है। 30 की उम्र में तेजी से अंदर ही अंदर शुरु होने वाले यह बदलाव 40 की उम्र तक आते-आते थकान और 50 की उम्र में हार्मोन गड़बड़ी और 60 के बाद गंभीर बीमारी का एक बड़ा रुप ले लेते हैं। यह अध्ययन हाल -फिलहाल में ही चीन की ‘अकादमी ऑफ सांइस’ की एक टीम ने किया है।
बुढ़ापे पर आधारित यह नया शोध वैज्ञानिक पत्रिका सेल में प्रकाशित हो चुका है। शोधकर्ताओं ने 76 ऑर्गन डोनर्स (14 से 68) साल के 516 नमूनों में से 48 की उम्र के प्रोटीन संबंधित स्थिति की जब जांच की तो पाया कि 30 की उम्र के बाद किडनी, मस्तिष्क, लीवर, दिल की उम्र तेजी से बढ़ने लगती है।
कह सकते हैं कि इन अंगों का फंक्शनल वर्क धीरे -धीरे तेजी से कम होने लगता है। अक्सर हमें यह महसूस होता है कि हम थकावट में हैं, काम के बोझ और जिम्मेदारियों को निभाने की वजह इसका कारण नहीं होती। बल्कि 30 की उम्र का पार होना इसका एक कारण हो सकता है। शरीर की कोशिकाएं और हार्मोनल सिस्टम 30 की उम्र के बाद तेजी से कमजोर पड़ने लगती हैं।
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इसके पीछे की मुख्य वजह एडरेनल ग्लेंड्स, ओवरिस, जेसटिक्ल्स इन अंगों में उम्र बढ़ने की प्रक्रिया 30 की उम्र से शुरू हो जाती है। ये शरीर में अहम हार्मोन बनाने वाले अंग हैं। ये शारीरिक विकास, एनर्जी, हेल्थ और तनाव प्रक्रिया को कंट्रोल करने का काम करते हैं। वैज्ञानिकों ने जैसे ही शरीर के सात अंगों से प्रोटीन निकाला बॉडी अंदर ही अंदर बूढ़ी और कमजोर होनी शुरू हो गई।
50 की उम्र हमारे शरीर के बढ़ते बुढ़ापे का एक नया मोड़ है। 50 की उम्र वैसे तो बुढ़ापे की कोई उम्र नहीं लेकिन आज का बदलता जीवन स्तर 30 और 50 की उम्र में भी हमें तेजी से बूढ़ा बना रहा है। शरीर के अंग तेजी से कमजोर होने लगे हैं।
इस एक्सपेरिमेंट को पूरा करने के लिए चूहों पर एक प्रयोग किया गया। चूहों में जब 50 की उम्र में प्रोटीन इंजेक्ट किया गया तो तेजी से उनके अंदर थकावट, कमजोरी, सुस्ती, शरीर का बिगड़ता संतुलन देखा गया। कुछ इस तरह चाइना एकेडमिक्स साइंस ने अपनी इस नई खोज का प्रैक्टिकल अनुभव लिया।