UBT नेता वरुण सरदेसाई , मंत्री शंभुराजे देसाई (pic credit; social media)
Monsoon Session: विधानमंडल के मानसून सत्र के आखिरी सप्ताह का दूसरा दिन भी काफी हंगामेदार साबित हुआ। मंगलवार को विधानसभा में शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे (UBT) पार्टी के विधायक वरुण सरदेसाई और शिंदे के मंत्री शंभूराज देसाई के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली।
बांद्रा की डिफेंस लैंड के संबध में उठाए गए विधायक सरदेसाई के सवाल का जवाब देने के दौरान मंत्री शंभूराज देसाई ने उद्धव ठाकरे के शासन काल का जिक्र किया तो आदित्य ठाकरे बिफर उठे। इस पर मंत्री देसाई के साथ आदित्य और वरुण की तीखी बहस हो गई। बाद में दोनों पक्षों के विधायकों ने नारेबाजी शुरू की तो तालिका स्पीकर ने कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी।
उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री रहते क्या किया?
विधानसभा में ध्यानाकर्षण सत्र के दौरान विधायक सरदेसाई ने मुंबई के बांद्रा पूर्व विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आनेवाले डिफेंस लैंड का मुद्दा उठाया। 42 एकड़ भूमि रक्षा विभाग का स्वामित्व होने के कारण यहां पूर्व में बसे 9483 झोपड़ियों का पुनर्वास रुक गया है। मंत्री शंभूराज देसाई ने इसके जवाब में विधायक वरुण से पूछा कि जब आपकी पार्टी के पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे राज्य के मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने डिफेंस लैंड के इस मुद्दे को केंद्र सरकार और रक्षा मंत्रालय के समक्ष कितनी बार उठाया था?
मंत्री देसाई ने कहा कि मैं इस मामले की और गहराई में नहीं जाना चाहता था। लेकिन मेरे पास आंशिक जानकारी ही है। मुझे बस इतना कहना है कि तत्कालीन राज्य सरकार ने वर्ष 2019 से 2022 के बीच एक बार भी केंद्र के साथ इस मामले पर कोई बातचीत नहीं की। उनके इस बयान पर आदित्य ठाकरे और भास्कर जाधव आक्रामक हो गए।
भास्कर जाधव ने कहा शंभूराज देसाई मुख्यमंत्री हैं?
विधायक आदित्य ठाकरे ने कहा कि मंत्री सदन को गुमराह कर रहे हैं। क्या हमें इस वजह से इनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाना चाहिए? तो वहीं भास्कर जाधव ने कहा कि कोई भी मंत्री किसी भी विभाग के बारे में नहीं बोल सकता। सदन के नियमों के अनुसार, यदि आप ऐसा करना चाहते हैं, तो आपको अध्यक्ष से अनुमति लेनी होती है। शंभूराज देसाई शहरी विकास विभाग के मुद्दों पर कैसे बोल सकते हैं, क्या वह मुख्यमंत्री हैं? उन्होंने पूछा कि क्या देसाई ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र दिया?
इस मामले में यूबीटी की ओर से सरकार और मंत्री को कोसने पर मंत्री देसाई ने यूबीटी को फटकारते हुए कहा कि हमारे लिए शर्म की बात न करें। वर्ष 2022 में, एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने के बाद, हमने चार बार केंद्र को पत्र लिखा। आपने क्या किया? देसाई ने कहा कि यदि मैंने किसी का नाम नहीं लिया, तो आपको इतना गुस्सा क्यों आया? जिसके बाद सदन में भारी हंगामा हुआ।