जम्मू-कश्मीर के कठुआ में सर्च ऑपरेशन जारी
कठुआ: जहां एक तरफ जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आतंकियों से बीते तीन दिनों से चल रही मुठभेड़ चुनौतीपूर्ण बन गई है। अब तक माना जा रहा था कि तीन आतंकी ही बचे हुए हैं, लेकिन बीते शनिवार को जब सुरक्षा बलों ने घेराबंदी और बढ़ाई तो पता चला कि अभी भी 5 आतंकी मौजुद हैं, जो राजबाग इलाके के सफियान जाखोले गांव में इधर-उधर छिप रहे हैं।
पुलिस की मानें तो सुरक्षाबलों ने आतंकियों को 10 किमी के दायरे में घेर रखा है। वे जाखोले की ऊंची पहाड़ियों पर हैं, जहां घने जंगल और गुफाएं भी मौजुद हैं। पांचों आतंकी विदेशी हैं, लेकिन कुछ स्थानीय लोगों की मदद के चलते वो बीते तीन दिन से टिके हुए हैं।
जानकारी दें कि, बीते शुक्रवार 28 मार्च को पाकिस्तान में स्थित प्रतिबंधित संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में शहीद हुए जम्मू-कश्मीर के चार पुलिसकर्मियों में से तीन के शव बरामद कर लिए गए थे जबकि जम्मू के कठुआ के सुदूर वन क्षेत्र में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच भीषण गोलीबारी दूसरे दिन भी जारी है। अधिकारियों ने यहां यह जानकारी दी। वहीं जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) नलिन प्रभात ने पुष्टि की ती कि यह आतंकवादियों का वही समूह था, जिसे 23 मार्च को हीरानगर सेक्टर के सानियाल गांव में रोका गया था, लेकिन समूह के सदस्य भागने में सफल रहे थे।
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बता दें कि, राजबाग के घाटी जूथाना क्षेत्र में जखोले गांव के निकट केन्द्रित यह अभियान हीरानगर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार से हाल ही में घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों के खिलाफ पुलिस अभियान के बाद बीते गुरुवार सुबह शुरू हुआ था। वहीं इस मुठभेड़ में चार पुलिसकर्मी शहीद हो गये जबकि जैश के तीन आतंकवादी ढेर हो गए थे। मुठभेड़ में एक पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) समेत सात अन्य सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे।
इससे पहले, बीते रविवार शाम को हीरानगर सेक्टर में पाकिस्तान से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास सान्याल गांव में एक नर्सरी में बने बाड़े ‘ढोक’ में आतंकवादियों के एक समूह को रोका गया था। इसके बाद पुलिस, सेना, एनएसजी, बीएसएफ और सीआरपीएफ ने एक तलाशी अभियान चलाया, जिसमें आतंकवादियों को पकड़ने और उन्हें खत्म करने के लिए उन्नत तकनीकी व निगरानी उपकरणों का इस्तेमाल किया गया था। तलाशी दलों को बीते सोमवार को हीरानगर मुठभेड़ स्थल के पास एम4 कार्बाइन की चार भरी हुई मैगजीन, दो ग्रेनेड, एक बुलेटप्रूफ जैकेट, स्लीपिंग बैग, ट्रैकसूट, खाने के पैकेट और इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बनाने की सामग्री समेत कई साक्ष्य मिले थे।
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जानकारी दें कि, पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के छद्म संगठन ‘पीपुल्स एंटी-फासीस्ट फ्रंट’ ने मुठभेड़ में शामिल होने का दावा किया है। सेना ने ऑपरेशन में शामिल पुलिसकर्मियों की सराहना की। सेना ने ‘X’ पर एक पोस्ट में कहा था कि, “राइजिंग स्टार कोर उन बहादुर (जम्मू-कश्मीर) पुलिस कर्मियों की वीरता और अदम्य साहस को सलाम करती है, जिन्होंने कठुआ में जारी ऑपरेशन सफियान के दौरान बहादुरी से लड़ते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। उनके साहस और समर्पण को हमेशा याद रखा जाएगा।”
(एजेंसी इनपुट के साथ)