फोटो सोर्स - सोशल मीडिया
श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले से रविवार सुबह एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई। रामबन के सेरी बगना इलाके में अचानक बादल फटने की घटना में तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने पूरे इलाके में तबाही मचा दी है। इस प्राकृतिक आपदा ने न सिर्फ जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है, बल्कि कई लोगों की जिंदगियां भी ले ली हैं।
घटना की जानकारी देते हुए जिला उपायुक्त (DC) बसीर उल हक चौधरी ने बताया कि बीती रात से ही पूरे इलाके में भारी बारिश हो रही थी। इसी के चलते रविवार सुबह सेरी बगना इलाके में बादल फटने की घटना घटी, जिससे तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। साथ ही भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ ने कई घरों, दुकानों और वाहनों को नुकसान पहुंचाया है।
बादल फटने और लगातार बारिश के कारण जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे को भी बंद कर दिया गया है। पहाड़ी क्षेत्रों में जगह-जगह भूस्खलन हुआ है, जिससे सड़कों पर भारी मलबा जमा हो गया है। यह हाईवे कश्मीर घाटी को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने वाला मुख्य मार्ग है, जिसकी बंदी से हजारों लोगों की आवाजाही प्रभावित हुई है।
इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि रविवार तड़के रामबन जिले के एक गांव में भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ के बाद 100 से अधिक लोगों को बचाया गया। उन्होंने बताया कि लगातार बारिश के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर नाशरी और बनिहाल के बीच करीब एक दर्जन स्थानों पर भूस्खलन और मिट्टी धंस गई, जिससे यातायात स्थगित करना पड़ा।
धर्म कुंड गांव में अचानक आई बाढ़ के कारण करीब 40 आवासीय मकान क्षतिग्रस्त हो गए। अधिकारियों ने बताया कि लगातार बारिश और बादल फटने के बावजूद मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने फंसे हुए 100 से अधिक ग्रामीणों को बचाया। उन्होंने बताया कि नाले के उफान पर आने से आई बाढ़ में कई वाहन बह गए। यातायात विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि नाशरी और बनिहाल के बीच कई स्थानों पर भूस्खलन, मिट्टी धंसने और पत्थर गिरने के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर दोनों ओर से वाहनों की आवाजाही रोक दी गई।