मुंबई: देश भर में जाती निहाय जनगणना कि मांग उठ रही है। इसे लेकर विपक्ष केंद्र कि सत्ताधारी भाजपा पर हमलावर है। इस बीच, बिहार कि नितीश कुमार कि सरकार ने सोमवार को बिहार के जातीय जनगणना के आंकडे जारी कर दिए है। अब इसे लेकर जतिनिगत जनगणना करने की मग और तेज हो गई है। इस बीच महाराष्ट्र के विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ( Vijay Wadettiwar) ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साधा और पूछा कि राज्य में सरकारी नौकरियों में ओबीसी के लिए चिह्नित 15 प्रतिशत सीट खाली क्यों पड़ी हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विजय वडेट्टीवार ने सोमवार को महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए पूछा कि राज्य में सरकारी नौकरियों में ओबीसी के लिए चिह्नित 15 प्रतिशत सीट खाली क्यों पड़ी हैं। इससे पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने राज्य के वर्धा जिले से ‘ओबीसी जागार रैली’ शुरू की।
महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वडेट्टीवार ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लोगों को सरकारी नौकरियों में 27 प्रतिशत आरक्षण प्राप्त है। हालांकि केवल 12 प्रतिशत ओबीसी कर्मचारी ही वास्तव में काम कर रहे हैं। बाकी 15 प्रतिशत सीट खाली क्यों पड़ी हैं?”
नेता प्रतिपक्ष ने जातीय जनगणना के आकंड़े जारी करने के बाद बिहार सरकार को बधाई दी। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार को बधाई, उन्होंने जातिवार जनगणना कराई और आंकड़े जारी किए। वडेट्टीवार ने कहा कि बिहार की तर्ज पर महाराष्ट्र में भी जातिवार जनगणना करायी जाये। इसके लिए महागठबंधन सरकार को समयबद्ध कार्यक्रम की घोषणा करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जब राज्य में विभिन्न समुदायों के आरक्षण के मुद्दे सामने आए हैं तो जाति-वार जनगणना ही एकमात्र समाधान है।
वडेट्टीवार ने आरोप लगाया कि ओबीसी प्रमाणपत्रों का आवंटन गोपनीयता के साथ किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘क्या बावनकुले इस प्रक्रिया के खिलाफ कोई कार्रवाई करने की मांग करेंगे? क्या वह प्रधानमंत्री के समक्ष ओबीसी की जनगणना करने की मांग रखेंगे?” उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने स्थानीय निकायों में ओबीसी के लिए राजनीतिक आरक्षण बहाल करने का वादा किया था।
कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्हें सत्ता में आए डेढ़ साल से अधिक समय हो गया है और क्या वह अपना वादा पूरा करेंगे। वडेट्टीवार ने छत्रपति शिवाजी का ‘वाघ नख’ (बाघ के पंजे की आकृति का एक हथियार) ब्रिटेन से महाराष्ट्र लाने की सरकार की योजना को लेकर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘‘जो लोग अरब सागर में शिवाजी महाराज का स्मारक तक नहीं बना सके, वे अब यहां वाघ नख लाने की बात कर रहे हैं। यह वोट पाने की नई चाल है।” (भाषा इनपुट के साथ )