पीएम मोदी ने की हाई लेवल मीटिंग (फोटो- सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आवास पर एक हाई लेवल मीटिंग की है। मीटिंग में तीनों सेना के प्रमुख, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल शामिल हुए। इस हाई लेवल मीटिंग में प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान की ओर से जारी नापाक हरकत, मिसाइल और ड्रोन अटैक को लेकर चर्चा की। साथ ही आगे की रणनीति पर भी विचार हुआ।
दूसरी तरफ अमेरिका की ओर से पाकिस्तान पर बढ़ते दबाव के बाद उसके रुख में कुछ बदलाव आया है। भारत को परमाणु हमले की धमकी देने वाला पाकिस्तान अब संघर्ष रोकने और बातचीत के जरिए मामले को सुलझाने की बात कर रहा है। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री के साथ हुई उच्चस्तरीय बैठक में इस बात पर भी चर्चा की गई है।
सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी ने तीनों सेना के प्रमुख, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, और एनएसए अजीत डोभाल के साथ उच्चस्तरीय बैठक में फैसला किया है कि, भारत के खिलाफ पाकिस्तान की ओर से किसी भी प्रकार का आतंकी हमला किया जाता है तो उसे युद्ध माना जाएगा, और उसका जवाब उसी ताकत और तेजी से दिया जाएगा। केंद्रीय विदेश मंत्रालय इसे लेकर बहुत जल्द प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाला है।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के रिश्ते तनाव मेंहैं। भारत ने 7 मई को पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर चलाकर, पाकिस्तान में मौजूद नौ आतंकवादी ठिकानों पर हमला करते हुए 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया। पाकिस्तान ने इसके बाद भारत को परमाणु हमले की धमकी दी और 8-9 मई की रात 36 भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले भी किए । जिसे भारतीय सशस्त्र बलों ने नाकाम कर दिया। जिससे पाकिस्तान को समझ आ गया कि भारत के सामने उसका टिकना मुश्किल है। इसके बाद अब पाकिस्तान ने शांति का राग अलापना शुरू कर दिया है।
भारत-पाक तनाव के बीच रात में सरहदी इलाकों में रोका गया रेल संचालन
पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि, अगर भारत को अब आक्रामकता से रुक जाना चाहिए। अगर भारत रुकता है तो हम भी रुक जाएंगे। हम युद्ध के पक्षधर नहीं हैं। हम बेवजह का विनाश और धन की बर्बादी नहीं चाहते हैं। डार ने कहा कि, पाकिस्तान ने सिर्फ रक्षात्मक कदम उठाए हैं। ऐसे में भारत के रुकने से चीजें ठीक हो सकती हैं क्योंकि फिर पाक की ओर से भी हमला नहीं होगा।