Vijayadashami 2021: आज पांच दिवसीय दुर्गा पूजा (Durga Puja) उत्सव का आखिरी दिन है और देशभर में विजयादशमी (Vijayadashami) यानी दशहरे (Dussehra) का त्योहार मनाया जा रहा है।
पश्चिम बंगाल: बीरभूम ज़िले के “सिउडी पूजा कमेटी” की महिला सदस्यों ने घट विसर्जन के बाद सिंदूर खेला उत्सव मनाया। pic.twitter.com/9m7yXsjrQk — ANI_HindiNews (@AHindinews) October 15, 2021
दुर्गा पूजा के आखिरी दिन यानी विजयादशमी पर पश्चिम बंगाल (West Bengal) में बंगाली समुदाय की महिलाओं ने सिंदूर खेला (Sindoor Khela) उत्सव में भाग लिया। पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के सिउडी पूजा कमेटी की महिला सदस्यों ने घट विसर्जन के बाद दुर्गा पूजा के अंतिम दिन को चिह्नित करने के लिए सिंदूर खेला में हिस्सा लिया।
#WATCH | Birbhum, West Bengal: Women participate in ‘Sindoor Khela’ to mark the last day of #Durgapujo and #VijayaDashami2021 pic.twitter.com/0GeIQlnsxL — ANI (@ANI) October 15, 2021
गौरतलब हो कि बंगाल में नवरात्रि के अंतिम दिन दुर्गा पूजा का विशेष महत्व है और इसी दिन दशहरे के अवसर पर बंगाली महिलाएं मां दुर्गा को सिंदूर अर्पित करती हैं, जिसे सिंदूर खेला की रस्म कहा जाता है। बंगाली महिलाओं के लिए सिंदूर खेला एक बड़ी और विशेष रस्म है। मान्यता है कि दशहरे के दिन मां दुर्गा की धरती से विदाई होती है और इस उपलक्ष्य में सुहागने महिलाएं उन्हें सिंदूर अर्पित कर आशीर्वाद लेती हैं।
बंगाली समुदाय की महिलाएं सिंदूर खेला के दिन मां दुर्गा को खुश करने के लिए वहां पारंपरिक धुनुची नृत्य करती हैं। सिंदूर खेला के पीछे एक धार्मिक महत्व यह है कि कि लगभग 450 साल पहले बंगाल में मां दुर्गा के विसर्जन से पहले सिंदूर खेला का उत्सव मनाया गया था। तभी से लोगों में इस रस्म को लेकर काफी मान्यता है और हर साल पूरी धूमधाम से इस दिन का मनाया जाता है।