केदारनाथ हेमकुंड साहिब रोप वे प्रोजेक्ट सोर्स - सोशल मीडिया
Dehradun: उत्तराखंड की पवित्र तीर्थयात्रा को आसान बनाने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। मोदी सरकार ने केदारनाथ और हेमकुंड साहिब के लिए रोपवे परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है, जिससे श्रद्धालुओं को लंबी और कठिन यात्रा से राहत मिलेगी। सोनप्रयाग से केदारनाथ तक बनने वाला 12.9 किलोमीटर लंबा रोपवे मात्र 36 मिनट में भक्तों को धाम तक पहुंचाएगा, जो अभी 8-9 घंटे में पूरा होता है। इस परियोजना पर 4081 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। वहीं, हेमकुंड साहिब रोपवे के लिए 2730 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं, जिससे श्रद्धालु वैली ऑफ फ्लावर्स तक भी आसानी से पहुंच सकेंगे। इस फैसले से न केवल तीर्थयात्रियों को सुविधा मिलेगी बल्कि स्थानीय व्यवसायों और रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होगी।
केदारनाथ और हेमकुंड साहिब यात्रा हर साल लाखों श्रद्धालु करते हैं, लेकिन कठिन पहाड़ी रास्तों और खराब मौसम के कारण यह यात्रा कई बार जोखिम भरी हो जाती है। सोनप्रयाग-केदारनाथ रोपवे में एक केबिन में 36 लोगों के बैठने की क्षमता होगी, जिससे तीर्थयात्रा अधिक सुगम और सुरक्षित हो जाएगी। इसी तरह, हेमकुंड साहिब के लिए बनने वाला रोपवे भी श्रद्धालुओं को बर्फीले रास्तों से राहत देगा और उन्हें आसान सफर प्रदान करेगा।
रोपवे परियोजना से चारधाम यात्रा को बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय दुकानदारों, होटल व्यवसायियों और अन्य सेवाओं से जुड़े लोगों को लाभ होगा। पहले जहां यात्रियों की संख्या सीमित होती थी, वहीं अब रोपवे के जरिए तीर्थयात्रियों की आवाजाही सालभर बनी रहेगी, जिससे क्षेत्र की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। इसके अलावा, यात्रा सीजन में संसाधनों पर अत्यधिक दबाव भी कम होगा।
केंद्र सरकार ने पशुधन स्वास्थ्य और रोग रोकथाम के लिए 3880 करोड़ रुपये खर्च करने का निर्णय भी लिया है। इसके तहत खुरपका-मुंहपका (FMD) और ब्रुसेलोसिस जैसी बीमारियों से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। इसके अलावा, किसानों के लिए मोबाइल पशु चिकित्सा इकाइयां, भारत पशुधन पोर्टल और उच्च गुणवत्ता वाली दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। सरकार के इस फैसले से पशुधन सुरक्षा को बल मिलेगा और किसानों की आय में भी वृद्धि होगी।
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मोदी सरकार के इस फैसले से उत्तराखंड में पर्यटन और श्रद्धालुओं के लिए एक नया अध्याय शुरू होगा। केदारनाथ और हेमकुंड साहिब में रोपवे के निर्माण से यात्रा बेहद सरल हो जाएगी, जिससे श्रद्धालुओं की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी। यह प्रोजेक्ट सिर्फ धार्मिक पर्यटन को ही नहीं, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था और बुनियादी ढांचे को भी नया आयाम देगा।