प्रतिकात्मक तस्वीर (सौजन्य सोशल मीडिया)
मेरठ : मेरठ पुलिस ने एक रिटायर्ड बैंककर्मी और उनकी पत्नी से 1.73 करोड़ रुपये की साइबर ठगी करने वाले दो आरोपियों को पश्चिमी दिल्ली से गिरफ्तार किया है। पुलिस प्रवक्ता ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी एक धोखाधड़ी के तहत पांच दिन तक डिजिटल अरेस्ट में रखकर पीड़ित से पैसे वसूलते रहे।
रिटायर्ड बैंककर्मी सूरज प्रकाश को 17 सितंबर को एक फोन कॉल आई थी, जिसमें ठगों ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताते हुए कहा कि उनके खिलाफ महाराष्ट्र में 6.80 करोड़ रुपये के धन शोधन का मामला दर्ज हुआ है। आरोपियों ने सूरज को जेल भेजने की धमकी दी और उन्हें डराने का प्रयास किया। इस दबाव में उन्होंने विभिन्न बैंक खातों में 1.73 करोड़ रुपये ट्रांसफर करवा लिए।
इस संबंध में सूरज प्रकाश ने थाना साइबर क्राइम में तहरीर दी, जिसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज किया। थाना साइबर क्राइम की तीन टीमों में से एक ने आरोपी पंकज विश्वकर्मा की पहचान की और आवश्यक विवेचना के लिए दिल्ली रवाना हुई। पुलिस ने जांच के दौरान पंकज विश्वकर्मा और सुखप्रीत सिंह बजाज को गिरफ्तार किया।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि अब तक इस मामले में कुल आठ अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जांच में पता चला है कि अभियुक्तों ने दुबई में आठ एटीएम मशीनों से लगभग 8,74,000 रुपये भी निकाले हैं। प्रवक्ता ने बताया कि सुखप्रीत सिंह बजाज का दुबई में अपनी दो बहनों के घर आना-जाना है, जिससे उनका संबंध भी इस मामले में उजागर हो रहा है।
पुलिस ने इस मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और बाकी आरोपियों की तलाश जारी है। साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों के बीच, पुलिस की यह कार्रवाई एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। ऐसे में आप सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध कॉल या संदेश पर तुरंत पुलिस को सूचित करें।
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