रेवंत रेड्डी, (मुख्यमंत्री, तेलंगाना)
हैदराबाद: तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर राज्य के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया है। वहीं, केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी को मोदी का गुलाम बताया दिया। जबकि, विधानसभा सत्र में शामिल नहीं होने पर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) पर निशाना साधा। बीआरएस नेता के. चंद्रशेखर राव पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य में विपक्षी पार्टी को किसी भी हाल में मजबूत नहीं होने देने का संकल्प लिया। राज्य में कांग्रेस सरकार की पहली वर्षगांठ समारोहों के तहत वारंगल में आयोजित एक सभा में रेवंत रेड्डी ने मुसी नदी पुनर्विकास परियोजना को लेकर पिछले कुछ दिनों के दौरान हैदराबाद में केंद्रीय मंत्री के साथ हुई अपनी कहा-सुनी का जिक्र किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा कि मैंने पूछा था कि आप इस परियोजना में अड़चन क्यों डाल रहे हैं। क्या आप मोदी और गुजरात के गुलाम हैं? बेशर्मी से, उन्होंने जवाब दिया कि वह मोदी के गुलाम हैं। वह मुझसे पूछ रहे हैं कि क्या मैं सोनिया गांधी का गुलाम हूं। मैं कहना चाहूंगा कि सोनिया गांधी, जिन्होंने अलग तेलंगाना राज्य के गठन को साकार किया हमारी मां के समान हैं।
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अविभाजित आंध्र प्रदेश के विभाजन के संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पूर्व में की गई कथित टिप्पणी कि (कांग्रेस ने बच्चे को जन्म देने वाली मां की हत्या कर दी थी) का हवाला देते हुए रेवंत रेड्डी ने दावा किया कि तेलंगाना के साथ भेदभाव करने वाले मोदी तेलंगाना के लिए विश्वासघाती हैं। उन्होंने कहा कि किशन रेड्डी जो ‘‘मोदी के गुलाम” बन गए हैं, उन्हें तेलंगाना में रहने का हक नहीं है और उन्हें गुजरात चले जाना चाहिए।
कांग्रेस नेताओं द्वारा जी किशन रेड्डी को गुजरात का गुलाम बताने के आरोपों पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस नेताओं की तरह नकली गांधी परिवार के गुलाम नहीं हैं, जो एक इतालवी परिवार के गुलाम हैं। केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि वह गुजरात के गुलाम हैं, क्योंकि इस राज्य ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, सरदार पटेल, जिन्होंने हैदराबाद को अंग्रेजों के चंगुल से मुक्त कराया, और नरेंद्र मोदी, जिन्हें लगातार तीसरी बार सत्ता में लाया गया है को जन्म दिया है।