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श्रीनगर : भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान इस कदर बौखलाया हुआ है कि उसने जवाबी कार्रवाई में 15 भारतयी सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की। पर ध्यान देने वाली बात यह रही कि भारतीय सेना ने पाक के सारे कोशिशों को नाकाम कर दिया। इस बीच अब खबर आ रही है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ आपातकालीन बैठक बुलाए हैं। ऐसी संभावनाएं है कि पाकिस्तानी पीएम भारत के खिलाफ कुछ कड़े एक्शन ले सकते हैं।
पर इससे पहले ही भारत ने चिनाब नदी के जरिए दबाव बनाने की रणनीति अपना ली है। गुरुवार यानी 8 मई को बगलिहार और सलाल बांध के गेट खोलकर भारत ने पाकिस्तान की ओर भारी मात्रा में पानी छोड़ दिया है, जिससे वहां कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बनने की खबर है। इससे न केवल पाकिस्तान की सैन्य गतिविधियां प्रभावित हुईं, बल्कि उसके सीमावर्ती क्षेत्रों में अफरा-तफरी भी मच गई है।
यह पिछले पांच दिनों में दूसरी बार है जब भारत ने पाक पर ‘वाटर स्ट्राइक’ किया है। इससे पहले रविवार को भारत ने चिनाब का जल प्रवाह रोक दिया था, जिससे पाकिस्तान में सूखे जैसे हालात बन गए थे और उसकी कई जलविद्युत परियोजनाएं ठप हो गई थीं।
हालांकि, भारत ने सोमवार को दोबारा पानी छोड़ दिया था। ज्ञात है कि ऑपरेशन सिंदूर के के कारण बौखलाए पाकिस्तान ने मंगलवार रात से भारत के सीमावर्ती इलाकों में गोलाबारी शुरू कर दी थी, जिसमें एक भारतीय जवान शहीद हो गया और 14 नागरिकों की भी मौत की पुष्टी हुई है।
खबर यह भी है कि इस गोलीबारी में लगभग 100 नागरिक घायल हुए हैं। संबंधित अधिकारियों के मुताबिक, बीती रात डोडा-किश्तवाड़ और रियासी में भारी बारिश हुई। इस स्थिति को देखते हुए बगलियार और सलाल बांधों के जल प्रवाह को नियंत्रित करने और उसे स्थिर रखने के लिए दो अतिरिक्त गेट खोल दिए गए हैं।
इन दोनो डैम के दरवाजे खोलने की वजह से रियासी के नीचे स्थित अखनूर में जलस्तर 20 फीट से ऊपर बढ़ गया है। इस कारण पाकिस्तान के सीमा क्षेत्र में भी बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। हालांकि इसकी औपचारिक रूप से पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, गढ़खाल और परगवाल सेक्टर के पास स्थित कुछ पाकिस्तानी क्षेत्रों में पानी भर गया है।
भारत ने पाकिस्तान को फिर दिया करारा जवाब, 15 भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश को कर दिया नाकाम
बता दें, सिंधु जल समझौते के तहत, चिनाब नदी के पानी के प्रवाह को रोकने या बांधों से अचानक पानी छोड़ने से पहले पाकिस्तान को सूचना दी जाती थी। पर अब इस समझौते को स्थगित कर दिया गया है, जिसकी वजह से अब पाकिस्तान को कोई सूचना नहीं दी जा रही है। इससे भारत को यह अधिकार मिल गया है कि वह जब चाहे, पाकिस्तान में सूखा या बाढ़ की स्थिति पैदा कर सकता है।