मोहन भागवत ने किया दौरा (सौजन्य-एक्स)
विजयवाड़ा: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने शनिवार को आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में कनक दुर्गा मंदिर का दौरा किया। यहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक दल के प्रमुख मोहन भागवत ने पूजा अर्चना की। उनके आगमन को आंध्र प्रदेश के बंदोबस्ती मंत्री अनम रामनारायण रेड्डी सम्मान बताया।
आंध्र प्रदेश के बंदोबस्ती मंत्री अनम रामनारायण रेड्डी ने आरएसएस प्रमुख का स्वागत किया। रामनारायण रेड्डी ने कहा कि भागवत का स्वागत करना उनके लिए सम्मान की बात है, साथ ही उन्होंने कहा कि हिंदू भावनाओं की रक्षा करना उनकी जिम्मेदारी का हिस्सा है।
रामनारायण रेड्डी ने एएनआई से कहा, “आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कनक दुर्गा मंदिर का दौरा किया। उनका स्वागत करना मेरे लिए सम्मान की बात है…हिंदू धर्म और हिंदू भावनाओं की रक्षा करना मेरी जिम्मेदारी का हिस्सा है।”
#WATCH | Andhra Pradesh: RSS chief Mohan Bhagwat visits the Kanaka Durga Temple in Andhra Pradesh.
(Source: Kanaka Durga temple) pic.twitter.com/715IygnYyN
— ANI (@ANI) December 14, 2024
मंत्री ने राज्य की पिछली वाईएसआरसीपी सरकार की भी आलोचना की और आरोप लगाया कि उसके शासन के दौरान बहुत सारे धर्मांतरण हुए। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार इसका समर्थन नहीं करती है।
उन्होंने कहा, “पिछली सरकारों के दौरान बहुत सारे धर्मांतरण हुए, लेकिन हम किसी भी धर्मांतरण का समर्थन नहीं करते। हम सभी धर्मों का समर्थन करते हैं। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी कहा कि सभी को अधिक बच्चे पैदा करने चाहिए।”
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बांग्लादेश में मौजूदा स्थिति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “हिंदू खतरे में नहीं हैं, लेकिन कुछ अधिकारों से वंचित हैं। भारत सरकार हिंदुओं और उनके मुद्दों का समर्थन कर रही है। हम भी उनका समर्थन करते हैं।” इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे व्यवहार पर चिंता जताई थी।
जयशंकर ने लोकसभा में एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी के एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, “बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे व्यवहार के संबंध में, यह चिंता का विषय रहा है। उन पर हमलों की कई घटनाएं हुई हैं। हमने अपनी चिंता उनके ध्यान में लाई है। हाल ही में विदेश सचिव ने ढाका का दौरा किया था। उनकी बैठक के दौरान यह विषय उठा और हमें उम्मीद है कि बांग्लादेश अपने हित में ऐसे कदम उठाएगा जिससे उसके अल्पसंख्यक सुरक्षित रहें।”
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बुधवार को विदेश मामलों की संसद की स्थायी समिति के सदस्यों को ‘भारत-बांग्लादेश संबंधों के भविष्य’ पर जानकारी दी और बताया कि पड़ोसी देश ने अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)