राहुल गांधी, फोटो (सो. सोशल मीडिया )
Rahul Gandhi Demand On Central Govt: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए केंद्र सरकार से विशेष राहत पैकेज की मांग की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर इस मामले में एक पोस्ट और वीडियो भी साझा किया। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि इन राज्यों में राहत और बचाव कार्यों को तुरंत तेज किया जाए, ताकि प्रभावित लोग समय पर मदद पा सकें।
उन्होंने बताया कि पंजाब में बाढ़ ने व्यापक नुकसान किया है, जबकि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी स्थिति गंभीर बनी हुई है। हजारों परिवार अपने घर, संपत्ति और प्रियजनों की सुरक्षा के लिए संघर्ष कर रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है कि वह जनता की रक्षा करे और इन राज्यों, विशेषकर किसानों के लिए तुरंत राहत पैकेज की घोषणा करे।
राहुल गांधी ने लिखा कि पंजाब में बाढ़ ने भारी नुकसान किया है और जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड में भी हालात बहुत गंभीर हैं। उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में केंद्र सरकार का ध्यान और सक्रिय मदद बेहद जरूरी है। हजारों परिवार अपने घर और जीवन की रक्षा के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने इन राज्यों, खासकर किसानों, के लिए तत्काल विशेष राहत पैकेज की घोषणा और राहत व बचाव कार्यों को तेज करने की मांग की।
देश के कई हिस्से इस समय बाढ़ की भयंकर स्थिति का सामना कर रहे हैं। पंजाब में लगातार बारिश और उफान पर आई नदियों ने कई इलाकों में तबाही मचा दी है। खेतों की धान और सब्जियों की फसलें बर्बाद हो गई हैं, कई गांव पानी में डूब गए हैं और लोग अपने घर छोड़ने पर मजबूर हैं। साथ ही, सड़कें और अन्य बुनियादी ढांचा भी गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है।
जम्मू-कश्मीर में भी भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से हालात और गंभीर हो गए हैं। कई क्षेत्रों में सड़क संपर्क बाधित हो गया है और नदियों के किनारे बसे गांवों में बाढ़ का खतरा लगातार बढ़ रहा है। स्थानीय प्रशासन फिलहाल राहत और बचाव कार्यों में जुटा हुआ है।
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वहीं, हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं ने बड़े पैमाने पर नुकसान किया है। कई सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हो गए, जिससे लोगों की आवाजाही बाधित हो गई है। साथ ही, उत्तराखंड में गंगा और अन्य नदियों का जलस्तर बढ़ने से कई इलाके पानी में डूब गए हैं। तीर्थस्थल और ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ और भूस्खलन ने स्थानीय जीवन को गंभीर रूप से प्रभावित किया है।