एनडीए नेताओं के साथ पीएम मोदी की चाय पर मीटिंग
PM Modi NDA meeting in Tea discussion: दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए नेताओं के साथ हुई चाय पर चर्चा में विपक्ष और संसद के हालिया सत्र पर कई अहम बातें रखीं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बैठक में पीएम मोदी ने कांग्रेस और विपक्षी दलों में मौजूद युवाओं को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष में कई नेता बेहद प्रतिभाशाली और होनहार हैं, लेकिन परिवारवाद और असुरक्षा के कारण उन्हें आगे आने का अवसर नहीं मिलता। पीएम ने दावा किया कि इन नेताओं से राहुल गांधी खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं।
बैठक में सिर्फ एनडीए के नेता शामिल हुए, विपक्ष के किसी भी सांसद ने इसमें भाग नहीं लिया। पीएम मोदी ने आज समाप्त हुए संसद के मानसून सत्र को भी सफल बताया। उन्होंने कहा कि इस दौरान कई महत्वपूर्ण विधेयक पारित किए गए। वहीं विपक्ष पर आरोप लगाते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने बहस से किनारा कर सिर्फ व्यवधान पैदा करने का काम किया। इस दौरान लोकसभा में विपक्षी सांसदों द्वारा तीन विवादित बिलों की प्रतियां फाड़ने की घटना का भी जिक्र हुआ।
पीएम मोदी ने चर्चा के दौरान संसद में पारित ऑनलाइन गेमिंग (प्रमोशन एंड रेगुलेशन) बिल, 2025 को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि यह कानून दूरगामी असर वाला है और समाज पर सीधा प्रभाव डालेगा। 20 अगस्त को पारित हुए इस बिल के तहत मनी-बेस्ड ऑनलाइन गेम्स पर पाबंदी लगाई गई है। नियमों का उल्लंघन करने वाली कंपनियों, प्रमोटरों और व्यक्तियों पर कड़ी सजा और जुर्माने का प्रावधान किया गया है।
उद्योग जगत ने इस बिल पर चिंता जाहिर की है। ऑल इंडिया गेमिंग फेडरेशन ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर कहा कि पूरी तरह प्रतिबंध लगाने से इस क्षेत्र को गंभीर नुकसान हो सकता है। फेडरेशन का मानना है कि इस तेजी से बढ़ते सेक्टर को नियंत्रित करने का मकसद खिलाड़ियों की सुरक्षा है, लेकिन इसके नकारात्मक प्रभाव भी हो सकते हैं।
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सूत्रों ने बताया कि पीएम मोदी ने विपक्ष को संसद में गैर-जिम्मेदाराना रवैये के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने बड़े कानूनों पर बहस करने की बजाय केवल हंगामा करना चुना। लोकसभा में हालात तब बिगड़े जब विपक्षी सांसदों ने गृह मंत्री अमित शाह द्वारा पेश किए गए तीन बिलों की प्रतियां फाड़ दीं। इन बिलों में गंभीर आरोपों पर गिरफ्तार प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों को 30 दिनों तक पद से हटाने का प्रावधान शामिल है। पीएम ने कहा कि ऐसे अहम मुद्दों पर विपक्ष को गंभीर चर्चा करनी चाहिए थी।