वंदे भारत ट्रेन
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को एक बार फिर हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत का सौगात दिया है। पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आज तीन नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई है। जो कि मदुरै से बेंगलुरु, चेन्नई से नागरकोइल, और मेरठ से लखनऊ के लिए चलेगी। वंदे भारत अपने हाई टेक्नोलॉजी और आरामदायक सुविधा के लिए जाना जाता है।
देश में अभी कुल 102 वंदे भारत ट्रेन 280 से अधिक जिलों को कवर कर रही है। जैसे-जैसे ट्रेन तैयार हो रहा है उसे सभी महत्वपूर्ण रुटों पर लाया जा रहा है। तीव्र गति की ये ट्रेनी अपने यात्रियों को काफी सुविधाएं देती है। आरमदायक बर्थ के साथ सुविधाजनक शौचालय से यात्रियों का सफर आसान और खूबसूरत हो जाता है। साथ ही इसकी हाईस्पीड की वजह से ज्यादा समय का पता भी नहीं चल पाता है।
वंदे भारत की लॉन्चिंग कार्यक्रम पर पीएम मोदी ने कहा, ‘‘वर्षों से अपनी कड़ी मेहनत के जरिए रेलवे ने काफी समय से लंबित समस्याओं के समाधान में बड़ी प्रगति की है और नयी उम्मीदें एवं समाधान पेश किए हैं। हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक भारतीय रेलवे सभी के लिए आरामदायक यात्रा की गारंटी नहीं बन जाती।”
पीएम मोदी द्वारा हरी झंडी दी गई पहली ट्रेन मेरठ-लखनऊ वंदे भारत रविवार को मेरठ से खुलेगी। वहीं इसकी वापसी अगले दिन मेरठ के लिए होगी। जानकारी के मुताबिक सप्ताह में मंगलवार को छोड़कर ये ट्रेन सप्ताह में 6 दिन चलने वाली है, जिसमें कुल आठ कोच होंगे। वहीं मुरादाबाद और बरेली में भी इसका स्टॉपेज रखा गया है।
दूसरी ट्रेने चेन्नई से नागरकोइल के लिए चलेगी। इस ट्रेन की शुरुआत 2 सितंबर से होगा। इस ट्रेन में 16 कोच होंगे। सप्ताह में 6 दिन चलने वाली ये ट्रेन चेन्नई एग्मोर से चलकर तांबरम, विल्लुपुरम, तिरुचिरापल्ली, डिंडीगुल, मदुरै, कोविलपट्टी, तिरुनेलवेली होते हुए नागरकोइल जंक्शन पहुंचेगी। यह ट्रेन केवल बुधवार को नहीं चलेगी।
तीसरी ट्रेन मदुरै से बेंगलुरु के लिए खुलेगी, जिसमें कुल 8 डिब्बे होंगे। सप्ताह में ये भी 6 दिन चलेगी। मदुरै से शुरू होकर डिंडीगुल, तिरुचिरापल्ली, करूर, नमक्कल, सेलम, कृष्णराजपुरम के रास्ते बेंगलुरु कैंट स्टेशन पहुंचेगी। इन सभी ट्रेनों के शुरू होने से भारतीय रेलवे पर भार थोड़ा कम होगा। साथ ही यात्रियों को भी आराम मिलेगा।
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बता दें कि वंदे भारत की पहली ट्रेने को साल 2019 में लॉन्च किया गया था। जिसे दिल्ली से वाराणसी के लिए चलाया गया था। जिसके बाद धीरे-धीरे लगातार इनकी संख्या में बढ़ोतरी की जा रही है। जिसकी वजह से यात्रियों को काफी फायदा मिल रहा है। हाईस्पीड से चलने वाली इस ट्रेन का विस्तार किया जा रहा है। जल्द ही इन ट्रेनों में स्लीपर कोच जोड़े जाने की तैयारी है। यह ट्रेन आने वाले समय में भारतीय रेल के हालात को और भी बेहतर करेगा।