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नई दिल्ली. कोरोना महामारी के कारण दो साल के अंतराल के बाद हज यात्रा फिर से शुरू हो रही है। जिसमें 50,000 से अधिक भारतीय मुसलमान भाग लेने के लिए तैयार हैं। तीर्थयात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट अनिवार्य कर दी गई है। यह जानकारी रविवार को केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने दी।
केंद्रीय मंत्री नकवी ने कहा कि, “इस बार लगभग 50,000 भारतीय मुसलमानों के साथ 2 साल बाद हज यात्रा फिर से शुरू हो रही है। सऊदी सरकार द्वारा निर्धारित COVID प्रोटोकॉल का पालन करते हुए, तीर्थयात्रियों के लिए RT-PCR अनिवार्य कर दिया गया है। बिना सब्सिडी के भी हज सस्ता कर दिया गया है।”
Hajj Yatra resuming after 2 years with around 50,000 Indian Muslims this time. COVID protocols set by Saudi govt being followed, have made RT-PCR mandatory for the pilgrims. Even without subsidy Hajj has been made cheaper: Union Minister for Minority Affairs Mukhtar Abbas Naqvi pic.twitter.com/ga9REguAgM — ANI (@ANI) June 5, 2022
इससे पहले आज, 145 कश्मीरी तीर्थयात्रियों का पहला जत्था श्रीनगर से वार्षिक हज यात्रा करने के लिए मदीना के लिए रवाना हुआ। लगभग 6,000 लोग घाटी से हज यात्रा करने के लिए तैयार हैं। वहीं, 4 जून से 16 जून तक 7,724 यात्रियों के साथ कोच्चि से मदीना के लिए कुल 20 उड़ानें प्रस्थान करने वाली हैं। इनमें से 5,758 तीर्थयात्री केरल और 1966 तीर्थयात्री तमिलनाडु, पांडिचेरी, लक्षद्वीप और अंडमान से हैं।
बता दें कि, 2019 में हज यात्रा में लगभग 25 लाख लोगों ने भाग लिया। लेकिन, 2020 में महामारी की शुरुआत के बाद, सऊदी अधिकारियों ने घोषणा की कि वे केवल 1,000 तीर्थयात्रियों को भाग लेने देंगे।