शांति की ओर बढ़ रहा मणिपुर, नौ जिलों में इंटरनेट से हटी पाबंदी
नई दिल्ली: मणिपुर सरकार ने कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा के बाद नौ जिलों में इंटरनेट तथा डेटा सेवाओं पर लगी अस्थायी पाबंदियां हटा दी गई हैं। अब इंफाल वेस्ट, इंफाल ईस्ट, बिष्णुपुर, थौबल, काकचिंग, कांगपोकपी, चुराचांदपुर, जिरीबाम तथा फेर्ज़ावल जिलों में इंटरनेट सेवाएं फिर से बहाल कर दी गई हैं। सरकार ने बताया कि इंटरनेट सेवाओं के सामान्य संचालन तथा कानून व्यवस्था के बीच संभावित संबंधों की जांच के बाद यह फैसला लिया गया है। इस कदम से इन जिलों के निवासियों को बड़ी राहत मिलेगी।
मणिपुर सरकार ने राज्य के नौ अशांत जिलों में मोबाइल डेटा सेवाओं पर प्रतिबंध नौ दिसंबर तक बढ़ा दिया था। गृह विभाग द्वारा शनिवार को जारी एक आदेश में कहा गया कि यह निर्णय इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्वी, काकचिंग, बिष्णुपुर, थौबल, चुराचांदपुर, कांगपोकपी, फेरजावल और जिरीबाम जिलों में मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा के बाद लिया गया। इसमें कहा गया था कि वीएसएटी और वीपीएन सहित मोबाइल इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाएं जनहित में नौ दिसंबर शाम 5.15 बजे तक निलंबित रहेंगी।
बता दें कि हाल ही में मणिपुर पुलिस ने राज्य के कचिंग जिले में कचिंग पुलिस स्टेशन और अन्य अधिकारियों पर कथित रूप से हमला करने के आरोप में सात (7) लोगों को गिरफ्तार किया था। मणिपुर पुलिस के अनुसार, सात लोगों ने नवंबर में पुलिस स्टेशन और अन्य अधिकारियों पर हमला किया था। इस घटना के ठीक दूसरे ही दिन उन सभी आरोपियों को सुरक्षाबलों ने गिरफ्तार कर लिया।
रिपोर्ट के अनुसार, इस हमले के कारण 2 पुलिसकर्मी घायल हो गए। गिरफ्तार किए सभी आरोपियों की पहचान हो चुकी है। गिरफ्तार किए गए सात लोगों की पहचान नाओरेम जोतिश सिंह (30), क्षेत्रीमयुम राजीव सिंह (50), प्रवीण लीशांगथेम (31), पुखरामबम गोपेन (32), नाओरेम सीतलजीत सिंह (33), वेंगबाम जॉनसन सिंह (31) और क्षेत्रीमयुम अशोककुमार (30) के रूप में हुई है।
मणिपुर पुलिस ने कहा कि लोग चार अन्य लोगों की रिहाई की मांग कर रहे थे, जिन्हें 16 नवंबर को एक निर्वाचित सदस्य की संपत्ति में तोड़फोड़ करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। मणिपुर पुलिस द्वारा एक्स पोस्ट में लिखा गया है, “28.11.2024 को, मणिपुर पुलिस ने 7 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया, जिन्होंने काकचिंग पुलिस स्टेशन और पुलिस कर्मियों पर हमला किया था, जो 27.11.2024 को अपनी ड्यूटी कर रहे थे। यह हमला 16.11.2024 को एक निर्वाचित सदस्य की संपत्ति में तोड़फोड़ करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए चार व्यक्तियों की रिहाई की मांग के लिए किया गया था। इस हमले में 2 पुलिस कर्मी घायल हो गए।