शरद पवार और अजित पवार (फाइल फोटो)
बारामती: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP)में टूट के बाद परिवार में बढ़ी दूरियां अब खुलकर सामने आने लगी हैं। ताजा मामला गुरुवार का है, जहां महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार और उनके चाचा शरद पवार एक ही मंच पर थे, लेकिन दोनों नेताओं के बीच एक बार भी बात नहीं हुई। लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान भी दोनों नेताओं के दूसरे पर जुबानी हमले करते देखा गया था।
पवार परिवार का राजनीतिक गढ़ माने जाने वाले बारामती में दोनों नेता पहुंचे थे। सबसे दिलचस्प बात यह है कि यहां विधानसभा सीट से अजित पवार जीते हैं। जबकि, लोकसभा चुनाव में शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले को जीत मिली थी। सुप्रिया ने यहां से अजित पवार की पत्नी सुनेत्र को हराकर संसद पहुंची हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बारामती में आयोजित कृषि उत्सव 2025 कार्यक्र में शामिल होने के लिए अजित और शरद पवार एक ही मंच पर थे, लेकिन दोनों ने आपस में कोई बात नहीं की। यहीं नहीं, दोनों नेताओं ने एक दूसरे से पास बैठना भी पंसद नहीं किया। हालांकि, सुले और राज्यसभा सांसद सुनेत्र भी कार्यक्रम में थी और पास ही बैठी थीं, लेकिन दोनों ने ज्यादा बात नहीं की।
इस कार्यक्रम की सबसे खास बात यह रही कि सुप्रिया ने अपने भाषण में किसी का नाम नहीं लेते हुए कहा कि अब कोई चुनाव नहीं है, तो हमें एक-दूसरे से अच्छे से बात करनी चाहिए। इसके अलावा शरद पवार और अजित पवार ने भी किसी का नाम नहीं लिया। इससे पहले अजित की मां आशा ताई और विधायक रोहित पवार की मां सुनंदा भी इच्छा जाहिर कर चुकी हैं कि परिवार को फिर एकजुट हो जाना चाहिए।
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परिवार के साथ-साथ राष्ट्रीय कांग्रेस में विभाजन के बाद, अजीत पवार कई मौकों पर चाचा के साथ मंच साझा करने से बचते रहे हैं। लोकसभा और विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर तीखे हमले किए और जमकर एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ा। हाल ही में संपन्न हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अजित पवार गुट ने एनडीए के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था, जिसमें पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया।