निर्मला सीतारमण व गौरव गोगोई (डिजाइन फोटो)
नई दिल्ली: लोकसभा में निर्मला सीतारमण और कांग्रेस नेता गौरव गोगोई के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। दरअसल, गोगोई मणिपुर हिंसा पर बोल रहे थे। इसी दौरान उन्होंने पीएम मोदी के संसद में न आने और अब तक मणिपुर न पहुंचने पर सवाल उठाए।
गोगोई के इस वॉर पर निर्मला सीतारमण खड़ी हुईं और कांग्रेस नेता पर बरस पड़ीं। उन्होंने कहा कि पीएम का अपमान करने के लिए गोगोई को माफी मांगनी चाहिए। जिसके बाद हंगामा और जोरदार हो गया। जिसकी वजह से स्पीकर को हस्तक्षेप करते हुए कहना पड़ा कि सदन नियमों के मुताबिक चलेगा।
इस पर गोगोई ने कहा कि पीएम ने इस सदन में रहते हुए कई बार देश के पूर्व पीएम का अपमान किया है। इसके बाद गौरव गोगोई ने टैरिफ का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि टैरिफ लगने से हमारे किसानों को नुकसान होगा। गौरव गोगोई ने कहा कि पीएम मोदी को इस पर जवाब देना चाहिए। इस पर स्पीकर ने कहा कि जो मुद्दा उठाया जा रहा है, वह इस समय विषय नहीं है। यह सदन नियमों के मुताबिक चलेगा।
इमिग्रेशन और विदेशियों से जुड़े बिल पर नित्यानंद राय ने कहा कि दुनिया का कोई भी देश इमिग्रेशन से पहले सुनवाई का मौका नहीं देता। हम यह बिल किसी को रोकने के लिए नहीं लाए हैं, बल्कि यहां आने वाले लोगों को यहां के कानून-व्यवस्था का पालन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। विधेयक की जरूरत इसलिए है क्योंकि यह मौजूदा 4 अधिनियमों को निरस्त करेगा और एक व्यापक कानून स्थापित करेगा।
प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान 2 विधेयक पेश किए गए थे। मौजूदा 4 विधेयकों के प्रावधानों को इस विधेयक में शामिल किया गया है। एजेंसियों और संस्थाओं को मजबूत करने के प्रावधान किए गए हैं। इसके जरिए सभी एजेंसियों को स्थापित होने का मौका मिलेगा।
दूसरी ओर, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यहां सब कुछ तानाशाही हो गया है। आप जो चाहेंगे ठोकेंगे। आप सरकार को ठोकेंगे, आप सुनिए। इस पर सदन के नेता जेपी नड्डा ने कहा कि यह बहुत दुखद है, आप अभी विपक्ष के नेता हैं।
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खड़गे ने कहा कि आप अनुभवी हैं और एक सदस्य के तौर पर काम कर चुके हैं। उन्होंने चेयर पर जो अभिव्यक्ति की, उसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने जिस भाषा का इस्तेमाल किया, वह अस्वीकार्य और माफ करने योग्य नहीं है। उन्हें अपने शब्द वापस लेने चाहिए और इसे वापस लेना चाहिए। इस पर खड़गे ने कहा कि मैं इसके लिए चेयर से माफी मांगता हूं लेकिन सरकार से नहीं।