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मुंबई : दादाभाई नौरोजी को आज यानी 4 सितंबर को उनकी जयंती पर सभी लोग उन्हें याद कर रहे है। दादाभाई नौरोजी (Dadabhai Naoroji) को ‘ग्रैंड ओल्ड मैन ऑफ इंडिया’ के नाम से जाना जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर दादाभाई नौरोजी कौन थे। जो सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि कई अन्य देशों में भी जाने जाते हैं। चलिए हम आपको इनके जयंती के अवसर पर इनके बारे में कुछ खास बातें बताते हैं।
कौन थे दादाभाई नौरोजी
दादाभाई नौरोजी जो ब्रिटिशकालीन भारत के एक पारसी बुद्धिजीवी, शिक्षाशास्त्री, कपास के व्यापारी तथा आरम्भिक राजनैतिक एवं सामाजिक नेता थे। इनका जन्म 4 सितंबर 1825 को हुआ था। साल 1892 से 1895 तक दादाभाई नौरोजी युनाइटेड किंगडम के हाउस आव कॉमन्स के सदस्य (एम पी) थे। इनकी मृत्यु 30 जून साल 1917 में हुई थी, लेकिन आज भी वो लोगों के दिलों में अपनी जगह को कायम रखे है।
ब्रिटेन की संसद का जीता चुनाव
ये एशिया के पहले ऐसे शख्स थे जिन्होंने चुनाव को जीता और ब्रिटिश संसद में पहुंचे। सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि उन्होनें वहां अंग्रेजी सत्ता के द्वारा भारत में किए जा रहे जुल्म और अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाने के साथ-साथ उन्होंने ब्रिटिश संसद में महिलाओं के अधिकारों को लेकर भी मुखरता से विचार रखे। इन्होंने भारतीय राष्ट्रवादी आंदोलन (1905-1918) की नींव भी रखी थी।