भारत को जल्द मिलेंगे 3 घातक अपाचे, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
Indian Air Force Apache Helicopter: भारतीय सेना की हवाई युद्ध क्षमता को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम के तहत अमेरिका जल्द ही भारत को तीन AH-64E अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर की डिलीवरी करेगा। यह अपाचे बेड़े का अंतिम बैच होगा। इसके साथ ही राजस्थान के जोधपुर में स्थित 451 आर्मी एविएशन स्क्वाड्रन की छह हेलिकॉप्टर वाली यूनिट पूरी तरह तैयार हो जाएगी।
अपाचे हेलिकॉप्टर की तैनाती की प्रक्रिया फरवरी 2020 में शुरू हुई थी। इसका मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान की पश्चिमी सीमा पर भारतीय सेना की ऑपरेशनल और स्ट्राइक क्षमताओं को बढ़ाना है। इसी साल जुलाई 2025 में अपाचे का पहला बैच हिंडन एयरबेस (गाजियाबाद) पहुंचा था जिसे अमेरिकी ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट के जरिए लाया गया। इससे पहले भी अपाचे हेलिकॉप्टर सोवियत यूनियन के एंटोनोव कार्गो विमान से भारत लाए जा चुके हैं।
भारतीय सेना और अमेरिका के बीच फरवरी 2020 में करीब 5,691 करोड़ रुपये का रक्षा सौदा हुआ था। इस करार के तहत सेना को कुल छह AH-64E अपाचे हेलिकॉप्टर मिलने थे। हालांकि सप्लाई चेन में बाधा, तकनीकी दिक्कतों और वैश्विक परिस्थितियों के कारण डिलीवरी में काफी देरी हुई। मूल योजना के अनुसार सभी हेलिकॉप्टर 2024 तक भारत आ जाने थे लेकिन पहला बैच जुलाई 2025 में पहुंच सका।
अब अंतिम तीन अपाचे हेलिकॉप्टर दिसंबर 2025 में भारत आने की संभावना है। असेंबली और तकनीकी जांच के बाद इन्हें जोधपुर भेजा जाएगा। सभी छह हेलिकॉप्टर के शामिल होते ही भारतीय सेना की पहली अपाचे अटैक हेलिकॉप्टर स्क्वाड्रन पूरी तरह ऑपरेशनल घोषित कर दी जाएगी।
अपाचे हेलिकॉप्टर की तस्वीर
अपाचे हेलिकॉप्टर को उसकी जबरदस्त मारक क्षमता के कारण फ्लाइंग टैंक कहा जाता है। यह दुनिया के सबसे एडवांस्ड मल्टी-रोल कॉम्बैट हेलिकॉप्टर में से एक है जिसे अमेरिका के मेसा, एरिजोना में विकसित किया गया है। यह अमेरिकी सेना के अटैक बेड़े का अहम हिस्सा है और भारत समेत कई मित्र देशों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है।
AH-64E अपाचे में 26 एडवांस्ड हेलिकॉप्टर टेक्नोलॉजी शामिल हैं इसमें अत्याधुनिक सेंसर सिस्टम शामिल हैं, जिनमें नाइट विजन और थर्मल इमेजिंग की सुविधा है। साथ ही लॉन्गबो रडार, शक्तिशाली T700-GE-701D इंजन और आधुनिक डिजिटल कनेक्टिविटी इसे और ज्यादा सक्षम बनाते हैं। हेलफायर और स्टिंगर मिसाइलों के अलावा 30 मिमी चेन गन से लैस यह हेलिकॉप्टर दिन हो या रात, हर तरह के मौसम में बेहद सटीक हमले कर सकता है और मानवरहित हवाई वाहनों (UAV) को संचालित करने की क्षमता भी रखता है।
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भारतीय वायुसेना के पास पहले से 22 अपाचे हेलिकॉप्टर हैं जिनका इस्तेमाल एयर डिफेंस और डीप स्ट्राइक मिशन में किया जाता है। अपाचे के साथ-साथ रक्षा मंत्रालय ने मार्च 2025 में HAL के साथ 156 स्वदेशी ‘प्रचंड’ लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर के लिए भी करार किया है। अगले पांच सालों में इनकी डिलीवरी होगी। प्रचंड को खास तौर पर चीन से लगी हिमालयी सीमाओं के लिए डिजाइन किया गया है और इसमें स्टील्थ, कवच और एडवांस्ड नाइट अटैक क्षमताएं मौजूद हैं।