मनसा देवी मंदिर में भगदड़ (Image- Social Media)
Mansa Devi Temple Stampede: सावन के पवित्र महीने में हरिद्वार जाने की मान्यता काफी प्रचलित है। इस महीने में कांवड़ियों समेत हजारों श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। रविवार सुबह मंदिर परिसर के पास भगदड़ मच गई। इस घटना में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, घायलों की संख्या 25 से 30 बताई जा रही है।
आपको बता दें कि हर की पौड़ी से मंदिर की दूरी करीब 1.5 से 2 किलोमीटर है। ऊपर सीधे पहाड़ी रास्ते पर चंडी देवी और मनसा देवी मंदिर मौजूद हैं, जहां चढ़ाई करनी पड़ती है। कुछ सवाल हैं जो लोगों के मन में उठ रहे हैं कि, सुरक्षा के क्या इंतजाम थे? बाड़ को कंट्रेल क्यों नहीं किया गया और कैसे इतनी बड़ी घटना हो गई?
1. करंट की अफवाह
इस दर्दनाक घटना पर हरिद्वार के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि भगदड़ की वजह यह है कि कुछ लोगों ने अफवाह फैला दी कि वहां पर बिजली के तार में करंट फैल गया है। उन्होंने बताया कि लोग बिजली का तार खींचकर सीढ़ी पर ऊपर चढ़ना चाह रहे थे। डीए ने आगे कहा कि मामले की जांच की जा रही है और पहले सूचना ये थी कि घटना बिजली के तार में करंट लगने की अफवाह से हुई।
2. संकरा मार्ग
बता दें कि मंदिर जाने का जो मार्ग है वो काफी संकरा है। ऐसे में भगदड़ मचने पर लोग एक-दूसरे के ऊपर आ गए, जिससे इतना बड़ा हादसा हो गया।
3. 2km की चढ़ाई
मनसा देवी मंदिर ऊपर पहाड़ी पर स्थित है। मंदिर में जाने के लिए 2 किलोमीटर लंबी चढ़ाई चढ़नी पड़ती है। और भगदड़ के समय कुछ लोग सीढ़ियों पर गिर गए और समतल जगह ना होने के कारण वो गिरते और दबते चले गए।
4. अचानक आई भीड़
रविवार होने की वजह से मनसा देवी मंदिर में काफी भीड़ रहती है। वहीं आज हरियाली तीज का त्यौहार भी है। जिससे मंदिर में आज और अधिक भीड़ आ गई। चशमदीदों का कहना है कि अचानक बहुत धिक भीड़ आ गई, जिससे धक्कामुक्की हुई और फिर भगदड़ मच गई।
5. सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
इन सब कारणों के बीच एक बड़ा सवाल सुरक्षा व्यवस्था पर बी उठता है कि इतनी भारी संख्या में पहुंचे लोगों की सुरक्षा के क्या इंतजाम थे। 2 किलोमीटर ऊपर तक इतनी भीड़ पहुंचने से पहले रोका क्य़ों नहीं गया।
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प्रशासन का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी कहा है कि वो नजर बनाए हुए हैं।