हर्षिल आर्मी कैंप तबाह (Image- Social Media)
Dharali Cloudburst News: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भयानक प्राकृतिक आपदा आई है। इस आपदा में में बादल फटने से लगभग पूरा गांव बह गया और उसके बाद हर्षिल में भारतीय सेना का कैंप भी इसकी चपेट में आया है। भारतीय सेना राहत और बचाव काम में लगी हुई है। धराली गांव में आई आपदा के 10 मिनट के अंदर सेना के जवान वहां पहुंच गए थे और बचाव का काम शुरू कर दिया था।
सेना की टीम ने लगभग 20 गांव वालों को बचाकर सुरक्षित जगह पर पहुंचा दिया है। फिलहाल, इसका अनुमान भी नहीं लगाया जा सका है कि कितने लोग इस आपदा में बह गए होंगे।
भारतीय सेना के ब्रिगेड कमांडर ब्रिगेडियर मंदीप ढिल्लन ने बताया कि लगभग 1 बजकर 45 मिनट पर धराली गांव में बादल फटने से आपदा आई। यह हर्षिल से उत्तर की ओर करीब 4 किलोमीटर दूर है और गंगोत्री के रास्ते पर है।
उन्होंने आगे बताया कि भारतीय सेना हर्षिल में तैनात है और सैनिक 10 मिनट के भीतर ही धराली पहुंच गए और रेस्क्यू का काम शुरू कर दिया। ब्रिगेड कमांडर ने बताया कि लगभग 150 सैनिक, स्पेशलाइज्ड मेडिकल इक्विपमेंट, रेस्क्यू इक्विपमेंट तथा डॉक्टर राहत और बचाव काम में लगे हैं। उन्होंने आगे कहा कि हर्षिल में आर्मी कैंप पर भी बादल फटा, लेकिन सेना इससे निपटते हुए नागरिकों के बचाव काम में लगी हुई है। खबरों के अनुसार इस आपदा में कई जवान भी लापता हो गए हैं।
एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर भी स्टैंडबाई पर हैं। सरसाव, चंडीगढ़ तथा बरेली एयरबेस से 2 चिनूक, 2 Mi-17V5, 2 चीता तथा एक ALH रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए तैयार खड़े है। फिलहाल मौसम खराब होने की वजह से हेलिकॉप्टर उड़ान नहीं भर पा रहे हैं। एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर अपने अपने होम बेस से पहले हर्षिल जाएंगे, फिर जरूरत के हिसाब से रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल किए जाएंगे।
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इसको लेकर उत्तरकाशी पुलिस का भी बयान सामने आया है। पुलिस का कहना है कि, उत्तरकाशी, हर्षिल क्षेत्र में खीर गाड़ का जलस्तर बढने से धराली में नुकसान होने की सूचना पर पुलिस, SDRF, आर्मी आदि आपदा दल मौके पर राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हैं। उक्त घटना को देखते हुए सभी नदी से उचित दूरी बनायें। स्वयं, बच्चों व मवेशियों को नदी से उचित दूरी पर ले जायें।