केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, फोटो- सोशल मीडिया
Tamil Nadu के करूर जिले में 27 सितंबर को हुई भीषण भगदड़ के बाद हालात का जायजा लेने सोमवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वहां पहुंचीं। उन्होंने अधिकारियों से हादसे की पूरी जानकारी ली और घायलों व मृतकों के परिजनों से मिलने की योजना बनाई है।
करूर में हुए हादसे के बाद करूर में शोक का माहौल है। पूरे देश से इस त्रासदी पर संवेदनाएं व्यक्त की जा रही हैं। निर्मला सीतारमण के साथ केंद्रीय मंत्री एल. मुरुगन और तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष नैनार नागेंद्रन भी मौजूद रहे। तीनों नेताओं ने स्थानीय प्रशासन व आपदा प्रबंधन अधिकारियों से हादसे के बारे में विस्तृत जानकारी ली। सीतारमण ने स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार पीड़ितों के साथ खड़ी है और हर संभव मदद उपलब्ध कराई जाएगी।
सूत्रों के अनुसार, निर्मला सीतारमण हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों से मुलाकात करेंगी और अस्पताल में भर्ती घायलों से भी मिलेंगी। यह मुलाकातें उन्हें हादसे की वास्तविकता को समझने और पीड़ितों की मदद के लिए उचित कदम उठाने में मदद करेंगी। इस बीच चेन्नई सहित तमिलनाडु के अन्य हिस्सों में मृतकों की याद में श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित की जा रही हैं। सोमवार को चेन्नई में एआईएडीएमके की ओर से कैंडल मार्च और मौन सभा का आयोजन किया गया, जिसमें कई पार्टी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
27 सितंबर को अभिनेता और टीवीके पार्टी प्रमुख विजय की रैली में भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी। भाषण खत्म होते ही हजारों लोगों ने एक साथ बाहर निकलने की कोशिश की, जिससे भगदड़ मच गई। अफरा-तफरी में कई लोग नीचे गिर गए और दबने से घटनास्थल पर ही कई लोगों की जान चली गई। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अब तक 41 लोगों की मौत हो चुकी है और 50 से अधिक लोग अस्पताल में इलाजरत हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन समेत देश की कई प्रमुख हस्तियों ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया है। प्रधानमंत्री मोदी ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
तमिलनाडु सरकार ने घटना की गंभीरता को देखते हुए हाईकोर्ट के एक रिटायर्ड जज के नेतृत्व में न्यायिक जांच बैठा दी है। यह समिति हादसे के कारणों की गहन जांच करेगी और भविष्य में ऐसे आयोजनों की सुरक्षा के लिए सिफारिशें भी देगी।