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शिमला: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के कुल्लू जिले (Kullu) की गड़सा घाटी में मंगलवार सुबह बादल फटने (Cloudburst) से बिजली आपूर्ति बाधित हो गई और क्षेत्र के कुछ मकानों एवं कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि दो पुल और कुछ पशुओं के बह जाने की आशंका है और भुंतर-गड़सा सड़क कई स्थानों पर टूट गई है। उन्होंने बताया कि राजस्व अधिकारी स्थिति की समीक्षा के लिए घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।
#WATCH हिमाचल प्रदेश: कुल्लू में गडसा घाटी क्षेत्र में बादल फटने से कई घर क्षतिग्रस्त हो गए। pic.twitter.com/Fr0OWXo5gg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 25, 2023
अधिकारियों के मुताबिक, बादल फटने से इलाके में विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई है और कुछ सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। मलाणा बांध के एक फाटक में गड़बड़ी के कारण पानी के अत्यधिक तेज प्रवाह की वजह से सोमवार को कुल्लू जिला प्रशासन ने पार्वती नदी के किनारे रह रहे स्थानीय लोगों को सतर्क रहने को कहा था। कुल्लू के उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने एक न्यूज एजेंसी से कहा, ‘‘हमने नदी के किनारे बसे गांवों में रह रहे लोगों को सतर्क कर दिया है कि मलाणा बांध दो में दरार पड़ने की स्थिति में उन्हें वहां से हटाया जाएगा।”
उन्होंने कहा कि स्थिति अभी गंभीर नहीं है, क्योंकि केवल 30 क्यूसेक पानी का अधिक प्रवाह हो रहा है और दरार पड़ने की स्थिति में मलाणा बांध-एक कुछ समय के लिए पानी रोक सकता है, जिससे लोगों को निकालने के लिए समय मिल जाएगा। स्थानीय मौसम विभाग कार्यालय ने 25 और 26 जुलाई को अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने का ‘ऑरेंज’ अलर्ट और 24 और 27 जुलाई को भारी बारिश का ‘येलो’ अलर्ट रविवार को जारी किया था।
राज्य आपदा प्रक्रिया केंद्र (State Disaster Management Centre) के अनुसार, 24 जून को मानसून आने के बाद से राज्य में वर्षाजनित दुर्घटनाओं और सड़क हादसों में 164 लोगों की मौत हो चुकी है तथा 5,269 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है।