DRDO ने किया पहली लैंड अटैक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण (सोर्स-सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: डीआरडीओ यानी रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने मंगलवार को एक बड़ी सफलता हासिल की है। उसने पहली बार मोबाइल आर्टिकुलेटेड लॉन्चर से लॉन्ग रेंज लैंड अटैक क्रूज मिसाइल (एलआरएलएसीएम) का सफल परीक्षण किया है। यह परीक्षण ओडिशा के चांदीपुर परीक्षण केंद्र से किया गया है। जिसके बाद चीन और पाकिस्तान की नींद उड़नी तय मानी जा रही है।
क्रूज मिसाइल परीक्षण के दौरान सभी सब-सिस्टम ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन किया और मिसाइल अपने लक्ष्य को भेदने में सफल रही। मिसाइल के प्रदर्शन की निगरानी रडार, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम (ईओटीएस) और आईटीआर द्वारा विभिन्न स्थानों पर तैनात टेलीमेट्री जैसे कई रेंज सेंसर द्वारा की गई ताकि उड़ान पथ की पूरी कवरेज सुनिश्चित की जा सके।
Defence Research and Development Organisation (DRDO) conducted the Maiden Flight Test of Long Range Land Attack Cruise Missile (LRLACM) from the Integrated Test Range (ITR), Chandipur, off the coast of Odisha on November 12, 2024, from a mobile articulated launcher. During the… pic.twitter.com/wmvDYtOFj9 — ANI (@ANI) November 12, 2024
यह एक एंटी-शिप बैलिस्टिक क्रूज मिसाइल है, जिसकी रेंज 1000 किलोमीटर है। यानी यह मिसाइल 1,000 किलोमीटर से अधिक दूरी पर चल रहे युद्धपोतों या विमानवाहक पोतों को मार गिराने में सक्षम होगी। यानी यह मिसाइल हिंद महासागर से लेकर अरब सागर और चीन से लेकर पाकिस्तान तक के लक्ष्यों को भेद सकती है।
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सूत्रों ने बताया कि एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइल को लड़ाकू जहाजों और तटीय स्थानों दोनों से लॉन्च किया जा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि मिसाइल प्रणाली भारतीय नौसेना के लिए विकसित की जा रही है और इससे उसे लंबी दूरी से दुश्मन के जहाजों को नष्ट करने की क्षमता मिलेगी।
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