Chamoli Glacier Burst: चमोली में बर्फ के नीचे अब भी दबे हैं 47 मजदूर, 9 घंटे से चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन
देहरादून : उत्तराखंड से मिली एक बड़ी खबर के अनुसार यहां के चमोली जिले के सीमावर्ती गांव माणा के पास आज यानी शुक्रवार 28 फरवरी को हुए हिमस्खलन में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के मजदूर फंस गए। अब तक की जानकारी के अनुसार, एक निजी ठेकेदार के 57 मजदूर बर्फ में दबे हैं। ये सभी मजदूर वहीं पर कैंप बना कर रह भी रहे थे, यह सभी हादसे का शिकार हो गए।
चमोली एवलांच के बाद हो रहे बचाव अभियान पर एक ITBP कमांडेंट ने कहा कि 89-90 कर्मियों वाली ITBP की 23 बटालियन माणा में तैनात है। पिछले दो दिनों से इस क्षेत्र में मौसम खराब है। उन्होंने कहा कि आज सुबह से ही इस क्षेत्र में भारी बर्फबारी हो रही है। इस वजह से इस क्षेत्र में हिमस्खलन हुआ है, जिससे वहां BRO कैंप को नुकसान पहुंचा है। अब तक 10 लोगों को बचाया जा चुका है. बचाए गए लोगों को मामूली या गंभीर चोटें आई हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है।
चमोली एवलांच पर उत्तराखंड आपदा प्रबंधन सचिव ने बताया कि इलाके में लगातार बर्फबारी होने से हालात मुश्किल हैं. 65 लोगों की टीम बचाव अभियान में लगी हुई हैं। उन्होंने आगे कहा कि अब तक 10 लोगों को बचाया जा चुका है, फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए ऑपरेशन जारी है. हमने सेना के हेलीकॉप्टर की मांग की है। बचाए गए लोगों को माना में आईटीबीपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एसडीआरएफ व एनडीआरएफ मौके के लिए रवाना हुई है, लेकिन हाइवे बंद होने के कारण वो रास्ते में ही फंसे हैं। वहीं डीएम डॉ. संदीप तिवारी के द्वारा दी गई जानकारी में बताया गया है कि निर्माण में लगे 57 मजदूर फंसे हैं। वहीं एयर फोर्स से मदद मांगी जा रही है। बंकरों को चेक किया जा रहा है और सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर प्रतिक्रिया दी है।
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सीएम धामी ने इस हादसे पर कहा कि “BRO के 57 श्रमिक फंसे थे जिनमें से 16 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है और बाकियों के लिए प्रयास चल रहे हैं. सभी प्रकार की तैयारियां कर ली गई हैं. हमारा आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सक्रिय है. जिला प्रशासन और हम स्वयं लगातार संपर्क में हैं और हमारा प्रयास है कि सभी को जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाए.”