सांकेतिक तस्वीर (Image- Social media)
देशभर के व्यापारियों ने पाकिस्तान का समर्थन करने वाले तुर्किये तथा अजरबैजान के साथ व्यापार खत्म करने की योजना बनाई है। इसको लेकर कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की तरफ से विभिन्न राज्यों के प्रमुख व्यापारी नेताओं की शुक्रवार को बैठक बुलाई गई है, जिसमें फैसला हो सकता है। तुर्किये और अजरबैजान से व्यापारिक रिश्ते खत्म करने से दोनों देशों को अरबों डॉलर का नुकसान होगा।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि जो भी देश भारत के खिलाफ है, उसके साथ व्यापार करने का कोई सवाल ही नहीं है। यह देश के व्यापारियों के लिए अपनी देशभक्ति दिखाने का सही समय है। इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए ये बैठक बुलाई गई है, जिसमें तुर्किये तथा अजरबैजान से व्यापारिक रिश्ते खत्म करने पर फैसला लिया जाएगा। साथ ही, भारतीय सेना के शोर्य और पराक्रम के प्रति आभार जताने के लिए देशभर में तिरंगा यात्रा निकाला जाएगा।
खंडेलवाल ने कहा कि कैट लंबे समय से चीनी उत्पादों के बहिष्कार के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान चला रहा है, जिसका काफी असर भी देखने को मिला है। ऐसा ही अभियान अब तुर्किये और अजरबैजान के उत्पादों के खिलाफ हम चलाएंगे। उन्होंने कहा कि व्यापारिक बहिष्कार के कारण तुर्किये व अजरबैजान को अरबों डॉलर का नुकसान होगा और दोनों देशों को भारत के खिलाफ खड़े होने की कीमत चुकानी पड़ेगी।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री ने आगे कहा कि हमने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू किंजरापु को एक पत्र लिखकर यह भी अनुरोध किया गया है कि भारतीय विमानन कंपनियों विशेष रूप से इंडिगो और तुर्किये एयरलाइंस के बीच कोड शेयरिंग समझौते की फिर से जांच होनी चाहिए। साथ ही, इसे रद्द किया जाना चाहिए।