राहुल गांधी
नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के नेता और मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को देश का नंबर वन आतंकी करार दिया है। उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी हिंदुस्तानी नहीं हैं और ना ही उनको भारत माता से प्यार है। अमेरिका में सिक्खों को लेकर दिए गए बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे। वहीं कांग्रेस ने पलटवार करते हुए उनको आस्तीन का सांप कहा है।
केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता के द्वारा पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा गया कि राहुल गांधी को पहले मुसलमान का इस्तेमाल करने की कोशिश की, लेकिन ऐसा नहीं हुआ तो अब हुए सिक्खों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। राहुल गांधी देश के नंबर वन टेररिस्ट हैं। उनको पकड़ने वाले को इनाम दिया जाना चाहिए, क्योंकि वे देश के सबसे बड़े दुश्मन हैं।
ये भी पढ़ें:-Vande Bharat Metro: देश को आज मिलेगी पहली वंदे भारत मेट्रो ट्रेन, पीएम मोदी गुजरात से दिखाएंगे हरी झंडी
इतना ही नहीं नवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि देश की एजेंसियों को भी उनकी हर गतिविधि पर नजर रखना चाहिए, ताकि उनकी सच्चाई जनता के सामने आ सके। फिलहाल राहुल गांधी पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का आक्रमण जारी है। राहुल गांधी ने अमेरिका में कहा था कि भारत में सिख समुदाय के बीच इस बात की चिंता है कि उन्हें पगड़ी और कड़ा पहनने की इजाजत दी जाएगी या नहीं। इसी बात पर भाजपा नेता अपनी प्रतिक्रिया जाहिर कर रहे थे।
रवनीत सिंह बिट्टू की टिप्पणी पड़ सकती है भारी
भारतीय जनता पार्टी के नेता रवनीत सिंह बिट्टू की यह टिप्पणी आने वाले दिनों में राजनीतिक गलियों में हलचल मचा सकती है और इसको लेकर कांग्रेस पार्टी एक बार फिर आक्रामक हो सकती है। इस मामले पर कांग्रेस पार्टी की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने रिएक्शन देते हुए कहा कि जिसने राहुल गांधी के आगे पीछे घूम कर अपना राजनीतिक कैरियर बनाया हो, वह सत्ता के लालच में विरोधियों की गोदी में बैठकर इस तरह के बयान दे रहा है और अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश कर रहा है। रवनीत सिंह बिट्टू को आस्तीन का सांप कहा जा सकता है।
ये भी पढ़ें:-अरविंद केजरीवाल ने एक तीर से किए तीन शिकार, हरियाणा के साथ दिल्ली चुनाव की जमीन भी तैयार
आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के नेता रवनीत सिंह बिट्टू पंजाब के दिवंगत मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते हैं और कांग्रेस पार्टी के तीन बार सांसद रह चुके हैं। 2007 में उनकी मुलाकात राहुल गांधी से हुई थी और उसके बाद 2008 में उन्हें पंजाब यूथ के कांग्रेस पद की जिम्मेदारी दी गई थी। वह 2009 में आनंदपुर साहिब से और फिर 2014 और 2019 में कांग्रेस के टिकट पर लुधियाना से लोकसभा का चुनाव जीतकर संसद में पहुंचे थे, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव के ठीक पहले उनका कांग्रेस पार्टी से मोहभंग हो गया और वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए।