कर्नाटक सरकार के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया (फोटो- सोशल मीडिया)
बेंगलुरु: आरसीबी की जीत के जश्न के दौरान बेंगलुरु में हुए दर्दनाक हादसे के बाद कर्नाटक सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत के बाद सरकार ने मुख्यमंत्री सिद्दरमैया के राजनीतिक सचिव को पद से हटा दिया है। यह आरोप लग रहा था कि उन्होंने पुलिस पर कार्यक्रम की अनुमति देने के लिए दबाव बनाया था। पूरे मामले ने सियासी रंग ले लिया है, क्योंकि इस हादसे को लेकर सरकार के भीतर ही तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं और अब प्रशासनिक स्तर पर बड़े फैसले लिए जा रहे हैं।
सिर्फ राजनीतिक सचिव ही नहीं, सरकार ने इंटेलिजेंस प्रमुख का भी तबादला कर दिया है। सवाल उठ रहे थे कि उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हो रही, जबकि उन पर भी लापरवाही के आरोप लगे थे। माना जा रहा है कि तबादले की वजह यह है कि उनके परिवार की राजनीतिक पृष्ठभूमि से सरकार असहज थी। अब जनता और विपक्ष के दबाव में सरकार ने कड़े निर्णय लेते हुए साफ संकेत दिया है कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सियासी सचिव को हटाया गया
आरसीबी की जीत के बाद आयोजित जश्न में हुए हादसे के लिए अब राजनीतिक जिम्मेदारी भी तय की जाने लगी है। सरकार ने मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव को उनके पद से हटा दिया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने पुलिस अधिकारियों पर दबाव बनाकर भीड़ वाले कार्यक्रम की इजाजत दिलवाई। इसी वजह से प्रशासन पर कुप्रबंधन के आरोप और तेज हो गए। कैबिनेट की बैठक में भी इसको लेकर नाराजगी जताई गई थी, जिसके बाद यह फैसला लिया गया।
कटरा से गरजे PM मोदी: गरीब की रोजी और भारत की शांति दोनों का दुश्मन पाकिस्तान, कहा- अब बच नहीं पाओगे
इंटेलिजेंस प्रमुख का ट्रांसफर
हादसे के बाद प्रशासनिक अमले पर भी कार्रवाई हुई है। इंटेलिजेंस प्रमुख का तबादला कर दिया गया है, जिन्हें लेकर पहले यह चर्चा थी कि सरकार कार्रवाई से बच रही है। आरोप है कि उनकी पत्नी पार्टी से जुड़ी रही हैं, इसी वजह से सरकार हिचक रही थी। लेकिन अब तबादले के जरिए सरकार ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि जवाबदेही से कोई नहीं बच सकता।