अयोध्या: अयोध्या (Ayodhya) में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir Pran Pratishtha) होनेवाली है। राम मंदिर उद्घाटन की तैयारियां आखिर दौर में हैं। इसके लिए और सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम भी किए गए हैं। इसी क्रम में अयोध्या के बॉर्डर को सील कर दिया गया है और शहर में एंट्री बंद हो गई है। शहर में एटीएस के कमांडो समेत रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) ने मोर्चा संभाला है।
उल्लेखनीय है कि अयोध्या में 20 जनवरी की सुबह से ही वाहनों का प्रवेश बंद कर दिया गया है। वहीं, शहर के अधिकारीयों ने होटल्स और धर्मशालाओं में रुके लोगों से घर जाने की अपील की हैं। इस भव्य और ऐतिहासिक कार्यक्रम को लेकर अचूक सुरक्षा व्यवस्था की गई है। वहीं, जिन लोगों को पास उपलब्ध कराए गए हैं सिर्फ वही लोग अयोध्या प्रवेश कर सकेंगे।
कार्यक्रम को देखते हुए हाईवे पर भारी वाहनों का रूट डायवर्ट किया गया है। लखनऊ से अयोध्या के रूट पर सबसे ज्यादा बैरिकेडिंग की गई है। कानपुर, लखनऊ और बाराबंकी जबकि गोंडा, बस्ती और गोरखपुर से आने वाले वाहनों को दूसरी जगहों से भेजा जा रहा है। जानकारी के लिए बता दें कि अयोध्या से होकर जाने वाली रोडवेज बसों को 21 और 22 जनवरी को किसी अन्य रूट से भेजा जाएगा। राम मंदिर उद्घाटन के मद्देनजर सुरक्षा को देखते हुए बसों की अयोध्या में एंट्री नहीं होगी। वहीं, 22 जनवरी को कोई भी ट्रेन अयोध्या धाम जंक्शन पर नहीं रुकेगी। साथ ही बिना निमंत्रण के कोई भी बाहरी व्यक्ति राम नगरी में प्रवेश नहीं कर सकेगा। यही नहीं स्थानीय लोगों को भी पास जारी किए गए हैं।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर अयोध्या जोन के आईजी प्रवीण कुमार ने कहा, “हम सभी तैयारियां कर रहे हैं। रिहर्सल भी की जा रही है। सभी एजेंसियों के साथ समन्वय बना रहे हैं। ड्रोन के माध्यम से भी निगरानी रखी जा रही है। मेहमानों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। हमने सभी लोगों से अपील की है कि 23 जनवरी के बाद दर्शन करने के लिए आए।”