अमित शाह (फोटो- सोशल मीडिया)
नई दिल्लीः केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कई राज्यों को युद्ध की स्थिति में नागरिकों की सुरक्षा के लिए मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्देश दिया है। इसके लिए 7 मई का दिन चुना गया है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक मॉक ड्रिल में खतरे की स्थिति वाला सायरन बजाया जाएगा। इस दौरान युद्ध जैसी परिस्थितियों में छात्रों और नागरिकों को सुरक्षा पहलुओं की जानकारी दी जाएगी। सरकारी सूत्र ने यह भी बताया कि इन उपायों में ब्लैकआउट भी शामिल है। इसके लिए लोगों को तैयार किया जाएगा।
सूत्रों ने यह भी बताया कि ड्रिल के दौरान ब्लैकआउट की तैयारी और महत्वपूर्ण प्लांट्स व संस्थानों को जल्दी से छुपाने (कैमोफ्लाज करने) की व्यवस्था भी की जाएगी। राज्यों से कहा गया है कि वे अपने निकासी (evacuation) योजनाओं को अपडेट करें और उसका रिहर्सल करें, ताकि आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके।
आपात स्थितियों से निपटने की तैयारी
यह अभ्यास देश की आंतरिक सुरक्षा और आपात स्थितियों से निपटने की तैयारी को मजबूत करने के मकसद से किया जा रहा है। बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद से ही भारत और पाकिस्तान में तनाव तेजी से बढ़ रहा है। इस हमले में 26 मासूम नागरिकों की मौत हो गई थी। अब भारत आतंकियों को सबक सिखाने के मूड में है। वहीं पाकिस्तान भारत को धमकी दे रहा है। ऐसे हालात में युद्ध की संभवनाएं बढ़ जाती हैं। इस लिए किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए भारत तैयारी कर रहा है।
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पंजाब के फिरोज में किया गया ब्लैकआउट
पंजाब में रविवार को पूरे फिरोजपुर छावनी क्षेत्र में ब्लैकआउट के लिए 30 मिनट का पूर्वाभ्यास किया गया। छावनी बोर्ड/स्टेशन कमांडर के दिशा-निर्देशों पर पूर्वाभ्यास किया गया। फिरोजपुर कैंट पुलिस स्टेशन के एसएचओ गुरजंत सिंह ने बताया, “रात 9 बजे से 9:30 बजे तक ब्लैकआउट रहा। वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश के अनुसार लाइटें पूरी तरह से बंद कर दी गईं। अगर कोई वाहन लाइट जला हुआ पाया गया, तो उसे बंद कर दिया गया। पुलिस पूरी तरह से सतर्क है। सभी चौराहों पर तैनाती की गई है।”