बस पर गिर गई पहाड़ी (सोर्स- सोशल मीडिया)
Bilaspur Bus Accident: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के बाद बिलासपुर जिले में एक बड़ा हादसा हुआ है। जिले के बरठी के पास भालू में एक निजी बस भूस्खलन की चपेट में आ गई। शुरुआती जानकारी के मुताबिक बस में लगभग 30 यात्री सवार थे। बस पर मलबा गिरने की वजह से तहस-नहस हो गई है।
बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त बस में 30 लोग सवार थे। बस बरठी के पास से गुजर रही थी तभी मलबा और पत्थर बस की छत आ गिरे। इस घटना में 12 लोगों के मारे जाने की भी खबर है सामने आ रही है। हालांकि, इसकी अब तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
रिपोर्ट्स के अनुसार संतोषी नाम की निजी बस मलबे और पत्थरों के गिरने से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। स्थानीय प्रशासन की टीमों को घटनास्थल पर भेज दिया गया है। राहत और बचाव कार्य जारी है, लेकिन भारी मात्रा में मलबा होने के कारण बचाव कार्य में बाधा आ रही है।
बिलासपुर बस हादसा: स्थानीय मीडिया के अनुसार अब तक 10 से अधिक शव निकाले जा चुके हैं जबकि 2 बच्चों को जीवित निकाल लिया गया है। बचाव कार्य अभी भी जारी है। #HimachalPradesh #bilaspurbusaccident pic.twitter.com/q1IPy3yqqO — Arpit shukla ✍🏽 (@JournoArpit) October 7, 2025
बताया जा रहा है कि बस मरोतन से घुमारवीं जा रही थी, तभी भालू पुल और बरठी के पास एक पूरी पहाड़ी टूटकर बस पर गिर गई। यह हादसा शाम करीब 6:25 बजे हुआ। फिलहाल, राहत और बचाव कार्य जारी है। पुलिस और प्रशासन की टीमें घटनास्थल पर पहुंच गई हैं। तेजी से रेस्क्यू किया जा रहा है।
घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। भारी भीड़ जमा हो गई। राहत और बचाव कार्यों के लिए जेसीबी मशीनों ने मलबा हटाया। एम्बुलेंस भी घटनास्थल पर पहुंच गईं। बताया जा रहा है कि अब तक 12 शव निकाल लिए गए हैं। वहीं, दो बच्चों को जीवित बाहर निकाला गया है। हालांकि, घायलों का सही आंकड़ा क्या है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बस दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया और राहत कार्यों में तेज़ी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त की और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस कठिन समय में प्रभावित परिवारों के साथ मजबूती से खड़ी है और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करेगी।
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मुख्यमंत्री जिला प्रशासन के साथ लगातार संपर्क में हैं और उन्होंने राहत एवं बचाव कार्यों में और तेज़ी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने घायलों को तुरंत अस्पतालों में पहुँचाने और उनके इलाज की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री शिमला से स्थिति पर लगातार नज़र रख रहे हैं।