बबूल की फली के फायदे
Babool Tree: राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में मिलने वाला बबूल का पेड़ आयुर्वेद की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण पेड़ माना जाता है। इसकी पत्तियां, छाल, गोंद, फूल और फलिया सभी किसी न किसी प्रकार के रोग को दूर करने का काम करती है। ऐसे में आज हम बबूल की फली के होने वाले लाभ के बारे में जानेंगे।
आयुर्वेद विशेषज्ञ के अनुसार, बबूल की फली का सेवन पेट दर्द, डायरिया और अन्य पाचन विकारों को ठीक करने में मदद करता है। ये पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है और पेट की सूजन, अल्सर जैसी समस्याओं को भी कम करने में सहायक है।
आपको बता दें, बबूल की फली से सिरदर्द, घुटनों के दर्द को ठीक करने की दवाई भी बनाई जाती है। इसके अलावा इससे और भी अनेक प्रकार की आयुर्वेदिक दवाइयां भी बनाई जाती है। बबूल की फलियों का पाउडर बनाने के बाद वह एक प्रकार की आयुर्वेदिक औषधि बन जाती है।
बबूल की फली का चूर्ण दांतों की सफाई, मसूढ़ों की सूजन को कम करने और दांतों की चमक बढ़ाने में उपयोगी होता है। इसका नियमित उपयोग दांतों की मजबूती और मसूढ़ों के स्वास्थ्य में सुधार करता है।
महिलाओं में आजकल खानपान की वजह से अनेक प्रकार की समस्याएं आ रही है। इसमें सफेद पानी का स्त्राव मुख्य समस्या है। अब तो यह समस्या काफी सामान्य हो गई है। इस बीमारी का समाधान भी बबूल की फलियों में छुपा हुआ है।
रोजाना दूध के साथ बबूल की फलियों का पाउडर पीने से सफेद पानी के स्राव की समस्या धीरे-धीरे खत्म हो जाती है। इसके अलावा मासिक धर्म से संबंधित होने वाली प्रॉब्लम दूर हो जाती है।
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बबूल की फली का पेस्ट त्वचा पर लगाने से फोड़े-फुंसी, खुजली और दाने जल्दी ठीक हो जाते हैं। इसके एंटीसेप्टिक गुण घावों को भरने और संक्रमण को दूर करने में मदद करते हैं।
बबूल की फली का काढ़ा कफ, सर्दी, खांसी और गले की खराश से राहत देता है। ये श्वसन मार्ग को साफ करने और शरीर से अतिरिक्त बलगम निकालने में मदद करता है, जिससे सांस लेने में आसानी होती है।