Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़
  • वायरल
  • अन्य
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • करियर
    • धर्म
    • हेल्थ
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • Bihar Assembly Election 2025 |
  • Diwali 2025 |
  • Ind vs Aus |
  • ICC Women’s Cricket World Cup |
  • Weather Update |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

पेट की हर समस्या का समाधान, ईसबगोल का इस तरीके से करें सही इस्तेमाल

Benefits of isabgol: पेट की समग्र सेहत को बनाए रखने के लिए कई प्राकृतिक उपाय मौजूद हैं, लेकिन इन सबमें ईसबगोल (Psyllium Husk) को सबसे अधिक प्रभावी और कारगर माना जाता है।

  • By दीपिका पाल
Updated On: Oct 19, 2025 | 02:21 PM

ईसबगोल का इस तरीके से करें सही इस्तेमाल (सौ. सोशल मीडिया)

Follow Us
Close
Follow Us:

Benefits of Isabgol: पेट हमारे शरीर का एक अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है, जिसका मुख्य कार्य भोजन को पचाना और पोषक तत्वों को रक्त के माध्यम से पूरे शरीर में पहुँचाना है। पेट से जुड़ी छोटी-सी भी परेशानी पूरे स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है और धीरे-धीरे शरीर को कमजोर बना सकती है। पेट की समग्र सेहत को बनाए रखने के लिए कई प्राकृतिक उपाय मौजूद हैं, लेकिन इन सबमें ईसबगोल (Psyllium Husk) को सबसे अधिक प्रभावी और कारगर माना जाता है।

आयुर्वेद में ईसबगोल का स्थान

आयुर्वेद में ईसबगोल को एक मूल्यवान जड़ी-बूटी के रूप में स्थान दिया गया है और इसका उपयोग पेट से संबंधित विभिन्न समस्याओं के उपचार के लिए किया जाता है। यह ग्लूटेन-मुक्त और कम कैलोरी वाला होता है, जिससे यह ग्लूटेन एलर्जी वाले लोगों के लिए भी सुरक्षित है। ईसबगोल की खेती मुख्यतः राजस्थान, हरियाणा, गुजरात और मध्यप्रदेश जैसे सूखे इलाकों में की जाती है। आयुर्वेद में इसे तीनों नाड़ियों (वात, पित्त और कफ) को शुद्ध करने वाला माना गया है। इसकी तासीर ठंडी होती है, और इसे अलग-अलग चीजों के साथ लेने पर इसके फायदे भी भिन्न होते हैं।

ईसबगोल के मुख्य लाभ

ईसबगोल में फाइबर की प्रचुर मात्रा होती है, जो इसे कब्ज से बचाने और आंतों में हानिकारक बैक्टीरिया को पनपने से रोकने में सहायक बनाती है। इसका उपयोग कब्ज की समस्या, पाचन की गति को बढ़ाने, मल त्याग में आसानी लाने और आंतों को साफ करने के लिए किया जाता है। जब पेट साफ रहता है, तो शरीर में हार्मोन संतुलन, ब्लड प्रेशर (बीपी), हार्टबर्न (सीने में जलन), गैस, शुगर नियंत्रण और वजन प्रबंधन में मदद मिलती है।

समस्या के अनुसार ईसबगोल लेने का सही तरीका

आयुर्वेद में ईसबगोल के सेवन के कई विशेष तरीके बताए गए हैं, जो विशिष्ट स्वास्थ्य लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए अपनाए जाते हैं:

कब्ज और आंतों की सफाई के लिए: कब्ज, मल त्याग में परेशानी और आंतों की गंदगी को साफ करने के लिए, एक चम्मच ईसबगोल को एक चम्मच नींबू के रस और हल्के गर्म पानी के साथ मिलाकर सेवन करना चाहिए। यह मिश्रण पेट में जमा गंदगी को प्रभावी ढंग से साफ करता है।

वजन नियंत्रण के लिए: यदि आप बढ़ते वजन पर विराम लगाना चाहते हैं, तो सुबह खाली पेट शहद और पानी में एक चम्मच ईसबगोल मिलाकर लेना चाहिए। इसका नियमित सेवन भूख कम करता है और पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है।

हार्टबर्न और गैस की समस्या के लिए: हार्टबर्न (सीने में जलन) या गैस की अधिक समस्या होने पर, ईसबगोल का सेवन ठंडे दूध के साथ करना चाहिए। इससे पेट को ठंडक मिलती है और गैस की समस्या में कमी आती है।

ब्लड शुगर नियंत्रण के लिए: ब्लड शुगर की समस्या को नियंत्रित करने के लिए, आधा चम्मच दालचीनी पाउडर को पानी में मिलाकर, एक चम्मच ईसबगोल के साथ लेना चाहिए।

ईसबगोल एक प्राकृतिक और बहुउपयोगी औषधि है, जो पेट से जुड़ी समस्याओं में आराम देकर संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक है।

Use isabgol correctly in this way

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Oct 19, 2025 | 02:21 PM

Topics:  

  • Ayurvedic Herb
  • Health News
  • Lifestyle News

सम्बंधित ख़बरें

1

वाशिम में स्क्रब टाइफस की दस्तक, नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील, ‘माइट’ के काटने से फैली बीमारी

2

दिवाली के दिन पूजा से पहले बनाएं ये स्वादिष्ट मिठाईयां, नहीं पड़ेगी कुक करने की जरूरत

3

क्या सच में प्रदूषण से सुरक्षित रखते हैं ग्रीन पटाखे, इस्तेमाल करने से पहले रखें इन बातों का ध्यान

4

आयुर्वेद में कई बीमारियों के लिए रामबाण है पुष्करमूल, जानिए सेवन करने का तरीका

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • अकोला
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.