Urine Colours Meaning: मौजूदा समय में हर कोई किसी ना किसी बीमारी से पीड़ित होते जा रहे है। इसके लिए अनहेल्दी लाइफस्टाइल और कम एक्सरसाइज जिम्मेदार होती है। एक सेहतमंद इंसान दिनभर में करीब 7 से 8 बार यूरिन पास करता है, इस नेचुरल प्रॉसेस के जरिए शरीर की गंदगी बाहर निकल आती है। यूरिन के कलर से हम अपने शरीर की बीमारी को समझ सकते है। कई बार बीमारी का पता करने के लिए डॉक्टर्स भी यूरिन टेस्ट करने की बात करते हैं चलिए जानते है यूरिन के हर एक कलर का मतलब।
अगर आपके यूरिन का रंग पीला ज्यादा नजर आए तो आपको शरीर में डिहाइड्रेशन की शिकायत हो गई है। गर्मियों में अक्सर यूरिन का रंग पीला ज्यादा नजर आता है। इसके लिए आप प्रयास करें कि, रोजाना 8 से 10 ग्लास पानी जरूर पिएं। पानी के अलावा आप ताजे फलों का जूस भी ले सकते है।
अगर आपके यूरिन का कलर हल्का पीला नजर आता है तो आपको समझना यहां जरूरी है कि, पानी की कमी की वजह से यह रंग हुआ है। शरीर में वॉटर इनटेक जरूर फुल रखें। इस प्रकार की स्थिति कई बार डायबिटीज और किडनी डिजीज के कारण होती है।
अगर आपके यूरिन का कलर बादलों की तरह धुंधला नजर आए तो आपको सीरियस इंफेक्शन की शिकायत हो सकती है। यह समस्या आपके ब्लैडर में नजर आती है। यहां पर ब्लैडर के संक्रमण को दूर करने के लिए आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
अगर आप एलोपैथिक दवाईयों के साथ कलर वाले खाने का सेवन कर रहे हैं तो आपके यूरिन का रंग बदल जाता है। यहां पर यूरिन का रंग ग्रीन-ब्राउन हो जाता है। इस बदले हुए कलर से जुड़ी समस्या का पता करने के लिए आप तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
अगर आपके पित्त की नली में किसी तरह का जख्म या ब्लॉकेज हैं तो आपके यूरिन का रंग ब्राउन होता है। जब गॉल ब्लैडर या पित्ताशय में इंफेक्शन हो जाए तो यूरिन का रंग इस तरह से नजर आता है आप डॉक्टर से समझ सकते है।
कई बार यूरिन का रंग कई कारणों की वजह से लाल नजर आता है। ऐसा चुकंदर का रस पीने की वजह से भी हो जाता है या कई दवाओं या सीरप के सेवन से भी ऐसा हो सकता है।कई बार यूरिन के साथ ब्लड आने लगता है, जिससे इसका रंग लाल हो जाता है. ये किडनी डिजीज, इंफेक्शन, कैंसर या इंटरनल ब्लीडिंग के कारण होता है।