पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते है ये 4 काम (सौ.सोशल मीडिया)
National Pollution Day: आज 2 दिसंबर को राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाया जा रहा है। यह दिन भोपाल गैस त्रासदी की हृदयविदारक घटना को समर्पित है। मौजूदा समय में प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ा हुआ है कि सांस लेना भी मु्श्किल हो जाता है। आज कल प्रदूषण का असर इंसानों के लिए ही नहीं जीव-जंतुओं के लिए भी खतरा बनता जा रहा है। पर्यावरण को प्रदूषण से सुरक्षित रखना बेहद जरूरी है नहीं तो प्रदूषण की वजह से इंसानों और जीव-जंतुओं की तादाद कम होती जाएगी।
प्रदूषण फैलाने के लिए हमारे द्वारा किए जाए काम जिम्मेदार होते है। ऐसे 4 काम है जो पर्यावरण में प्रदूषण का जहर घोलते है। इन कामों को बिना सोचे समझे हम कर लेते है तो पर्यावरण के लिए सही नहीं।
हम दैनिक में कुछ ऐसे 4 काम करते है जो सेहत के साथ ही पर्यावरण पर बुरा असर डालते है। जानिए इनके बारे में कैसे करें बचाव भी।
1-डीजल पेट्रोल वाहनों का इस्तेमाल करना
अगर आप किसी भी जगह पर जाने के लिए ज्यादा डीजल पेट्रोल वाहनों का इस्तेमाल करते है तो यह पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने का काम करता है। गाड़ियों से निकलने वाला धुआं पर्यावरण को प्रदूषित करता है तो वहीं पर श्वसन तंत्र पर प्रभाव डालता है। आप किसी भी पास वाली जगह पर जाने के लिए प्राइवेट वाहनों की जगह पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करें यह आपके लिए फायदेमंद होगी। आजकल डीजल वाहनों की जगह इलेक्ट्रिक वाहनों ने ले ली है। आप इलेक्ट्रिक वाहन या फिर साइकिल को चलाएं तो सही है।
2-स्मोकिंग
पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने के लिए सबसे ज्यादा सिगरेट या स्मोकिंग जिम्मेदार होती है। यह सेहत के साथ ही पर्यावरण के लिए भी नुकसानदायक होती है। सिगरेट से निकला धुआं प्रदूषण का खतरा बनता है। जब आप सिगरेट पीने के बाद इस के निचले हिस्से को फेंक देते हैं, तो इसे डीकंपोज होने में भी सालों लग जाते हैं। इस तरह के कचरे को जीव जंतु खा लेते है जो पेट में जाकर उनकी सेहत पर असर डालता है। अगर हम सिगरेट पीते है तो, यह धुआं आपकी श्वसन नली, फेफड़ों, दिल आदि को डैमेज कर सकता है।
3-बिजली की बर्बादी करना
बिजली की बर्बादी करना सेहत के लिए नुकसान पहुंचाती है। आप बिजली का इस्तेमाल ज्यादा करने की बजाय सौर ऊर्जा का इस्तेमाल कर सकते है। यहां पर अपने घरों में सोलर पैनल लगाना चाहिए, जिससे कि हम कृत्रिम बिजली का उपयोग करने से बच सकें।
ये भी पढ़ें- सुबह के समय नाश्ते में क्या लेना चाहिए? जानें सेकंड मील इफेक्ट कैसे बताता है पूरे दिन का गणित
4- जलाशयों में प्रदूषण फैलना
जलाशयों में गंदगी के अंबार से प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगता है। हम अपने घर से निकले कचरे को जलाशयों में डाल देते है इनमें से कुछ ऐसी चीजें होती हैं, जो जल प्रदूषण का कारण बनती है। अपशिष्ट या दूषित चीजें जल स्रोतों में डालने से इसमें ऑक्सीजन की मात्रा भी कम हो जाती है।