सर्दी-जुकाम की समस्या के लिए रामबाण है आयुर्वेदिक काढ़ा (सौ. सोशल मीडिया)
Ayush Kadha Recipe In Hindi: बदलते मौसम के साथ सर्दी की शुरुआत होने लगी है। इस मौसम में तापमान ठंडा होने लगता है। ठंडे तापमान में शरीर का बचाव करना बेहद जरूरी है। इस मौसम में सर्दी-जुकाम और संक्रमण की समस्याएं सबसे ज्यादा देखने के लिए मिलती है। इन बीमारियों के इलाज के लिए हम महंगी दवाईयों पर खर्च कर देते है। तुरंत इलाज तो दवाईयों से मिल जाता है लेकिन अंदरूनी और बिना साइड इफेक्ट के आराम मिले इसके लिए आयुर्वेद का सहारा ले सकते है। आप आयुर्वेदिक काढ़े का सेवन अगर सर्दी-जुकाम में करते है तो आपकी समस्या जड़ से दूर होती है। आज हम आपको आयुर्वेदिक काढ़े के फायदे के बारे में बता रहे है।
यहां पर बात करें तो, आयुर्वेद में काढ़े का काफी महत्व होता है। यह काढ़ा जड़ी-बूटियों का मेल होता है। इसका सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है तो वहीं पर जुकाम, बुखार, गले की खराश और सर्दी से राहत मिल जाती है। तुलसी, अदरक, काली मिर्च जैसी सामग्री एंटी-वायरल और एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होती है जो सेहत पर राहत देती है।
क्या चाहिए सामग्री
बनाने की विधि:
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अगर आप आयुर्वेद में काढ़ा का सेवन करते है तो आपकी सेहत को इसके फायदे मिलते है।
1- आयुर्वेदिक काढ़े का सेवन करने से सर्दी-जुकाम की समस्या चुटकियों में दूर हो जाती है। इसमें मौजूद तुलसी और अदरक गले की खराश और बलगम को कम करते हैं।
2- इम्यूनिटी को बूस्ट करने के लिए आयुर्वेदिक काढ़े का सेवन कर सकते है। इसमें इस्तेमाल होने वाली सामग्री रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती भी है।
3-काली मिर्च और लौंग शरीर को गर्म रखता है, जिससे मानसून में सर्दी अंदर बस नहीं पाती।
4-काढ़े में मौजूद अदरक, दालचीनी पाउडर पेट के पाचन को दुरुस्त रखता है. इससे आपके अपच जैसी समस्या से भी छुटकारा मिल जाता है।
ध्यान रखें- काढ़ा सेहत के लिए अच्छा होता है लेकिन पीने के दौरान कुछ बातों को ध्यान रखना जरूरी है। काढ़ा ज्यादा गर्म न पिएं, इससे गला जल सकता है. अगर बच्चों का काढ़ा पिला रहे हैं, तो शहद का इस्तेमाल कर सकते हैं।