नवरात्रि में गरबा के सेहत के लिए फायदे (सौ. सोशल मीडिया)
Benefits of Garba dandiya: शारदीय नवरात्रि का दौर चल रहा है जिसमें माता दुर्गा की नौ स्वरूपों की पूजी हर दिन की जाती है। नौ दिनों के उत्सव में माता रानी की पूजा भक्त करते है तो वहीं पर रात में गरबा और डांडिया नृत्य भी करते है। बंगाल में जहां षष्ठी से मां दुर्गे की पूजा का विधान है, वहीं नवरात्र की प्रतिपदा से गुजरात में डांडिया और गरबा की धूम होती है। यहां पर नवरात्रि के नौ दिन युवा से लेकर बच्चे गरबा खेलते है।
गरबा- डांडिया भलें ही उत्साह की रौनक बढ़ा देते है लेकिन यह फिटनेस का बेस्ट वर्कआउट होता है शायद ही कम लोग जानते है। गरबा और डांडिया करने से कैलोरी बर्न, कार्डियो हेल्थ और मूड बूस्ट करने में भी मदद करते हैं।
स्टडी के अनुसार, अगर आप 60–90 मिनट तक लगातार गरबा करते है तो आपकी लगभग 300–400 कैलोरी बर्न होती है, जो हल्के कार्डियो वर्कआउट के बराबर है। गरबा करने के दौरान रिदमिक मूवमेंट और लगातार कदम उठाने से पैरों की मांसपेशियां, कोर और आर्म्स भी एक्टिव हो जाते है। कहते हैं कि, गरबा करने से हार्ट रेट बढ़ता है, ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और हृदय रोगों का जोखिम घटता है। 2022 की एक स्टडी में पाया गया कि मध्यम गति के नृत्य से सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर 5–10 एमएमएचजी तक घट सकता है। इसके अलावा स्टडी में यह भी कहा गया है कि, 3,500 किलो कैलोरी बर्न करने से लगभग 0.45 किलोग्राम (1 पाउंड) वजन कम होता है। गरबा सत्रों की अवधि को देखते हुए, नवरात्रि के नौ दिनों में नियमित रूप से भाग लेने से वजन घटाने में काफी मदद मिल सकती है।
ये भी पढ़ें- नवरात्रि में अगर पीरियड्स आ जाए तो क्या निष्फल होती है पूजा, जानिए क्या कहता है शास्त्र
सेहत और मूड को बूस्ट करने के लिए गरबा-डांडिया सबसे बेस्ट होता है। गरबा एक सामूहिक नृत्य होता है इसलिए टीम में गरबा करने से सोशल बाइंडिंग (बॉन्डिंग नहीं!) और खुशी महसूस होती है। संगीत और रिदम के साथ मूवमेंट से मानसिक फोकस और एनर्जी बढ़ती है। गरबा सिर्फ नृत्य नहीं है बल्कि एक फुल बॉडी वर्कआउट और मूड बूस्टर भी है। यह न सिर्फ कैलोरी बर्न करता है बल्कि दिल का खास ख्याल भी रखता है। इसके अलावा डांस की बात की जाए तो, दिमाग में एंडोर्फिन और सेरोटोनिन का स्तर बढ़ता है, जिससे स्ट्रेस कम होता है।