ब्लीडिंग आईस की बीमारी (सौ.सोशल मीडिया)
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बाद अब एक और खतरनाक वायरस की दस्तक हो गई है जिसका एक मामला दुनिया में स्पेन से आया है। इस बीमारी को Bleeding Eyes की बीमारी माना जा रहा था तो वहीं पर इसका वैज्ञानिक नाम क्रीमियन-कांगो रक्तस्रावी बुखार (CCHF) है। जिसे कोरोना वायरस की तरह ही खतरनाक बताया जा रहा है इसे लेकर दुनिया को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अलर्ट किया है।
इस बीमारी की दहशत का मामला सबसे पहले 19 जुलाई को सामने आया था जहां पर 74 वर्षीय व्यक्ति को क्रीमियन-कांगो रक्तस्रावी बुखार से पीड़ित था जिससे हालात गंभीर होने के चलते रे जुआन कार्लोस विश्वविद्यालय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने पीठ और जोड़ों में दर्द, लाल आंखें और चेहरे पर लाल निशन, मुंह में लाल धब्बे और पीलिया जैसी शिकायत की। जहां पर इलाज के दौरान इस वायरस की पुष्टि हुई थी।
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इस वायरस की बात की जाए तो, इस बीमारी की शुरूआत किसी टिक बाइट यानी कीड़े के काटने से होती है। ये कीड़ा शरीर में चिपककर खून निकाल लेता है। बता दें ज्यादातर पहाड़ी इलाकों में ये कीड़ा मिलता है। ये कीड़ा भूरे, काले या लाल रंग का होता है जिसके काटने से पीड़ित की आंखें लाल हो जाती हैं और शरीर पर लाल चकते पड़ जाते हैं, जिसके चलते डॉक्टरों ने इसे ब्लीडिंग आईस नामक बीमारी कहा है।
इस बीमारी के लक्षण इस प्रकार है जिसे आपको जानना जरूरी है..
बुखार और शरीर पर गांठ पड़ना
घबराहट और सिर में दर्द
पीठ और जोड़ों में दर्द
मुंह और शरीर पर लाल चकते
आंखें लाल होना
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इस खतरनाक वायरस से खुद को बचाने के लिए आप यह उपाय अपना सकते है जो इस प्रकार है…
1- रात में जमीन में सोने से बचें कीड़े के संपर्क में आ सकते है।
2- रात के समय कीड़़े के काटने का डर होता है क्योंकि रात के अंधेरे में दिखाई नहीं देता है इसके लिए फुल स्लीव शर्ट और फुल पैंट पहनें।3- 3- बुखार होने पर तुरंत डॉक्टरों से परामर्श करें
4- घने जंगल में जानें पर सावधानी बरतें।